
नई दिल्ली। संसद के आगामी मानसून सत्र की तैयारी के तहत केंद्र सरकार ने रविवार को सर्वदलीय बैठक आयोजित की। इस बैठक का उद्देश्य सत्र के दौरान दोनों सदनों की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करना और सभी दलों के सहयोग से संसद में सकारात्मक माहौल सुनिश्चित करना रहा।
मानसून सत्र 22 जुलाई से शुरू होकर 21 अगस्त तक चलेगा। इस दौरान लोकसभा और राज्यसभा की कुल 21 बैठकें निर्धारित की गई हैं। सत्र में कई महत्त्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा होनी है और सरकार की प्राथमिकता कानून निर्माण की प्रक्रिया को तेजी से आगे बढ़ाने की रहेगी।बैठक में संसदीय कार्य मंत्री, विभिन्न दलों के नेता और वरिष्ठ सांसद शामिल हुए। सभी दलों से संसद में शांतिपूर्ण, सार्थक और रचनात्मक चर्चा का अनुरोध किया गया।
संसदीय कार्य मंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया कि वे जनहित के मुद्दों पर चर्चा को प्राथमिकता दें और संसद की गरिमा बनाए रखें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है।
सत्र के दौरान जिन विषयों पर चर्चा होने की संभावना है, उनमें देश की आर्थिक स्थिति, महंगाई, बेरोजगारी, हालिया प्राकृतिक आपदाएं और महत्वपूर्ण विधायी प्रस्ताव प्रमुख हैं।
विपक्षी दलों ने भी जनहित के मुद्दों को संसद में उठाने की बात कही है और कहा है कि वे सरकार से जवाबदेही मांगेंगे।