सब तक एक्सप्रेस | रिपोर्टर – शंभू सिंह शेखावत, नीमकाथाना (सीकर)
राज्य सरकार द्वारा जनसुविधा और सुगम यातायात के लिए जयपुर से सिंघाना होकर नीमकाथाना तक फोरलेन स्टेट हाईवे का निर्माण तो कर दिया गया, लेकिन इसकी वास्तविक उपयोगिता अतिक्रमण के कारण समाप्त होती जा रही है।
नीमकाथाना कस्बे से गुजरने वाली इस फोरलेन सड़क की दोनों लेनों पर अधिकांश जगहों पर दुकानदारों और स्थानीय निवासियों द्वारा गाड़ियों की पार्किंग कर दी जाती है। कभी दुकान के सामने खड़ी पिकअप, तो कभी घर के बाहर अर्धनिर्मित वाहन — इन सबने इस हाईवे को दो लेन का बना छोड़ा है।
स्थिति यह है कि आम राहगीर को पैदल चलने की जगह तक नहीं मिल रही। पैदल चलने की कोशिश करने वाले लोग या तो सड़क के बीच में चलने को मजबूर हैं या फिर दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि इस मार्ग से प्रतिदिन स्थानीय जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अधिकारी गुजरते हैं, लेकिन अब तक किसी ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। यह मौन स्वीकृति अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद कर रही है।
स्थानीय लोगों और व्यापारियों से बार-बार शिकायतें मिलने के बावजूद प्रशासनिक उदासीनता चिंता का विषय है। यदि शीघ्र ही अतिक्रमण हटाकर उचित व्यवस्था नहीं की गई, तो फोरलेन सड़क महज कागज़ी दावा बनकर रह जाएगी।
स्थानीय जनता की मांग है:
- अविलंब अतिक्रमण हटाया जाए
- नियमित मॉनिटरिंग और ट्रैफिक पुलिस की तैनाती हो
- पैदल यात्रियों के लिए सुरक्षित फुटपाथ या लेन का प्रावधान हो
वरना यह फोरलेन सड़कों की भीड़ में एक और नाम बनकर रह जाएगा।