राष्ट्रीय सहकारिता नीति से अन्नदाताओं के जीवन में आएगा क्रांतिकारी परिवर्तन: दिलीप पांडेय

✍🏻 उमरिया ब्यूरो चीफ राहुल शीतलानी | सब तक एक्सप्रेस
उमरिया। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष श्री दिलीप पांडेय ने कहा कि राष्ट्रीय सहकारिता नीति 2025 किसानों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाली ऐतिहासिक पहल है। उन्होंने कहा कि कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए केंद्र की डबल इंजन सरकार पूरी तरह से समर्पित है और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए अनेक योजनाओं का सफल क्रियान्वयन किया जा रहा है।
श्री पांडेय ने कहा कि भारत के प्रथम केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह के नेतृत्व में सहकारिता क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हुई है। सहकारी समितियों को डिजिटली सशक्त और पारदर्शी बनाया जा रहा है, वहीं सहकारी बैंकों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ा जा रहा है, जिससे किसानों को आसानी से खाता संचालन, बीमा, नकद लेनदेन जैसी सेवाएं मिल रही हैं।
उन्होंने बताया कि हाल ही में जारी राष्ट्रीय सहकारिता नीति-2025 के तहत अब हर तहसील में 5 मॉडल सहकारी गांव, हर गांव में कम से कम एक सहकारी समिति, 30% नई समितियों की स्थापना, तथा 50 करोड़ सक्रिय सदस्यों को सहकारी क्षेत्र से जोड़ने का लक्ष्य तय किया गया है।
श्री पांडेय ने कहा कि अमित शाह जी के नेतृत्व में सहकारिता क्षेत्र में टैक्सी सेवा, जन औषधि केंद्र, हर घर नल योजना और पीएम सूर्यघर योजना जैसे नवाचारों से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई उड़ान मिल रही है। सहकारी समितियों के माध्यम से पेट्रोल पंप, डेयरी, मत्स्य पालन जैसे क्षेत्रों में कार्य हो रहा है, जिससे ग्रामीण रोजगार और आत्मनिर्भरता को बल मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि पूर्व में सहकारी संस्थानों पर कुछ घरानों और राजनीतिक रसूखदारों का कब्जा रहा है, परंतु अब इस माफिया संस्कृति को समाप्त कर पारदर्शी और किसानहितैषी व्यवस्था लागू की जा रही है।
अंत में श्री पांडेय ने कहा कि “नीतियों में ही सफलता छिपी होती है, और जब सेवा भाव के साथ कार्य किया जाए तो हरिहर कृपा से सफलता निश्चित होती है।”
यह नई सहकारिता नीति किसानों को सशक्त बनाएगी, बिचौलियों की भूमिका खत्म करेगी और उन्हें आत्मनिर्भर बनाएगी।