सीमा पर रक्षाबंधन: नाथू ला और लुंगथुंग में वीर सैनिकों संग हेमंत यादव फाउंडेशन का सम्मान समारोह

रिपोर्ट – शैलेन्द्र यादव
गंगटोक, सिक्किम। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर हेमंत यादव फाउंडेशन ने देशभक्ति और सांस्कृतिक एकता की अनूठी मिसाल पेश करते हुए भारत-चीन सीमा पर स्थित नाथू ला (14,250 फीट) और लुंगथुंग (12,500 फीट) की ऊंची चौकियों पर तैनात भारतीय सेना और सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के जवानों के साथ पर्व मनाया। कार्यक्रम का विस्तार गंगटोक के रानीपुल स्थित एसएसबी मुख्यालय तक हुआ, जहां छह राज्यों से पहुंचे स्वयंसेवकों ने राष्ट्र के रक्षकों के प्रति अपना स्नेह और सम्मान व्यक्त किया।
“वसुधैव कुटुम्बकम” की थीम पर आधारित इस पहल के दौरान फाउंडेशन के संस्थापक और सामाजिक-राजनीतिक विचारक डॉ. हेमंत यादव ने कहा, “हमारा संविधान सर्वोच्च है, यह हमारी संस्कृति की रक्षा करता है और हमें स्वतंत्र जीवन का सम्मान देता है। कोई भी राष्ट्र हम पर अपनी शर्तें नहीं थोप सकता।”
सिक्किम, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़ और असम की विभिन्न धर्मों और जातियों से आई 18 युवतियों ने जवानों को राखी बांधकर भावपूर्ण संदेश दिए। असम की तुहिना चुटिया ने कहा कि सैनिक भाइयों की वजह से ही देशवासी निर्भय होकर त्योहार मना पाते हैं, वहीं सिक्किम की महिमा थापा ने सेना, एसएसबी और आईटीबीपी को मुस्कान और खुशियों का रक्षक बताया।
कार्यक्रम की शुरुआत गंगटोक स्थित महात्मा गांधी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर हुई। इसके बाद सिक्किम के मुख्य सचिव रवींद्र तेलंग, आईएएस और कौशल विकास विभाग के संयुक्त मुख्य परिचालन अधिकारी डॉ. आई. बी. एस. यादव को राखियां बांधी गईं। श्री तेलंग ने फाउंडेशन के इस प्रयास की सराहना करते हुए सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण के लिए और पहल करने का आह्वान किया।
इतिहास और पौराणिक कथाओं से जुड़े रक्षाबंधन पर्व को सीमाओं पर मनाकर, हेमंत यादव फाउंडेशन ने यह संदेश दिया कि सुरक्षा और एकता की भावना केवल परिवार तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोती है।