
जयपुर, संवाददाता — डिजिटल इंडिया को गति देते हुए उत्तर पश्चिम रेलवे ने सभी रेलवे संबंधित भुगतान को पूरी तरह ऑनलाइन पद्धति से लागू कर दिया है। अब रेलवे टिकट, पार्सल, रिटायरिंग रूम, गुड्स सहित अन्य सभी सेवाओं का भुगतान डिजिटल माध्यम से किया जा सकेगा।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण के अनुसार, पहले डिजिटल पेमेंट की सुविधा सिर्फ ऑनलाइन टिकट बुकिंग में उपलब्ध थी, लेकिन अब यह सुविधा रेलवे स्टेशनों के अनारक्षित टिकट काउंटरों पर भी शुरू कर दी गई है। यात्रियों के लिए 117 स्टेशनों पर 192 एटीवीएम मशीनों और सभी प्रमुख स्टेशनों पर पीओएस मशीनों के माध्यम से डिजिटल टिकट सुविधा उपलब्ध है।
महाप्रबंधक अमिताभ के निर्देशन में उत्तर पश्चिम रेलवे ने बुकिंग खिड़कियों पर डायनेमिक क्यूआर कोड की स्थापना में 100% लक्ष्य हासिल कर भारतीय रेलवे में पहला स्थान प्राप्त किया है। यात्री अब पेटीएम, गूगल पे और फोन पे जैसे प्रमुख UPI माध्यमों से टिकट काउंटर पर भी भुगतान कर सकते हैं।
डिजिटल भुगतान से यात्रियों को खुले पैसे की परेशानी से राहत मिलने के साथ ही टिकट वितरण में तेजी और पारदर्शिता भी बढ़ी है। वर्तमान में पीआरएस काउंटर सेल की 23% और यूटीयस सिस्टम (यूटीएस, एटीवीएम, मोबाइल ऐप) की 27.5% आय डिजिटल माध्यम से प्राप्त हो रही है।
‘यूटीएस ऑन मोबाइल’ ऐप से अनारक्षित टिकट लेने का चलन लगातार बढ़ रहा है। दूरी सीमा समाप्त होने से अब जनरल टिकट कहीं से भी बुक किया जा सकता है, हालांकि प्लेटफॉर्म या ट्रेन के अंदर से टिकट बुकिंग अभी भी प्रतिबंधित है। रेलवे प्रशासन सोशल मीडिया और कर्मचारियों के माध्यम से यात्रियों को डिजिटल पेमेंट के लिए लगातार प्रोत्साहित कर रहा है।