सूत्रों के अनुसार जेएम और हिज्बुल मुजाहिदीन पीओके से खैबर पख्तूनख्वा में अपने ठिकाने बदल रहे हैं

पहलगाम हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर: PoK से खैबर पख्तूनख्वा में शिफ्ट हुए आतंकवादी
नई दिल्ली: पहलगाम हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट किया गया। इसके बाद जैश-ए-मोहम्मद और हिज़बुल मुजाहिदीन आतंकवादी समूह PoK को असुरक्षित मानकर अब खैबर पख्तूनख्वा में नए ठिकाने बना रहे हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के मुख्य तथ्य
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भारतीय सेना ने बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद सहित पाकिस्तान के 7 शहरों में कुल 9 आतंकवादी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की।
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इनमें जैश-ए-मोहम्मद के 4, लश्कर-ए-तैयबा के 3 और हिज़बुल मुजाहिदीन के 2 ठिकाने शामिल थे।
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इस ऑपरेशन में मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य मारे गए, जिनमें उनकी बड़ी बहन, उसका पति, भतीजा, भतीजी और पांच बच्चे शामिल थे।
आतंकियों का खैबर पख्तूनख्वा में शिफ्ट होना
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भारतीय हमलों के बाद आतंकवादी PoK को असुरक्षित मान रहे हैं।
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पाकिस्तान की सरकारी संस्थाएं कथित तौर पर आतंकियों को PoK से खैबर शिफ्ट करने में मदद कर रही हैं।
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हाल ही में खैबर में जैश-ए-मोहम्मद ने पुलिस सुरक्षा में धार्मिक सभाएं और भर्ती अभियान आयोजित किए।
खैबर में भर्ती अभियान और जैश का समर्थन
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14 सितंबर को खैबर पख्तूनख्वा के मनसेहरा जिले के गढ़ी हबीबुल्लाह कस्बे में जैश ने भारत-पाकिस्तान क्रिकेट मैच शुरू होने से पहले धार्मिक कार्यक्रम के नाम पर भर्ती अभियान चलाया।
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कार्यक्रम में जैश-ए-मोहम्मद के सीनियर कमांडर मुलाना मुफ्ती मसूद इलियास कश्मीरी (अबू मोहम्मद) उपस्थित थे।
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इस दौरान M4 राइफलों से लैस जैश कैडर्स और पुलिस सुरक्षा मौजूद थी, जो पाकिस्तान सरकार के समर्थन को दर्शाती है।
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कार्यक्रम में मसूद इलियास ने ओसामा बिन लादेन की तारीफ भी की।
जैश का कबूलनामा
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जैश-ए-मोहम्मद ने पहली बार स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर में उनके सरगना मौलाना मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य मारे गए।
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एक वीडियो में मसूद इलियास कश्मीरी ने कहा कि 7 मई को बहावलपुर में अजहर के परिवार के लोग मारे गए और उनका कीमा बन गया।
इस ऑपरेशन ने आतंकवादियों को उनके ठिकानों को लेकर असुरक्षित कर दिया है और उन्हें खैबर पख्तूनख्वा के पहाड़ी क्षेत्रों में शिफ्ट होने के लिए मजबूर किया।