यूपी में विकेन्द्रीकृत सौर ऊर्जा को नई गति
महिला समूहों की भागीदारी बढ़ाने के लिए हुआ अंतर्राज्यीय नॉलेज एक्सचेंज कार्यक्रम

सब तक एक्सप्रेस | लखनऊ
लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ग्राम्य विकास विभाग महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रहा है। स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी दीदियों की आजीविका बढ़ाने के उद्देश्य से उन्हें विभिन्न विभागों की योजनाओं और गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है, जिससे उनकी आय में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।
इसी क्रम में विकेन्द्रीकृत अक्षय ऊर्जा को आजीविका सृजन एवं नीति-निर्माण के स्तर पर बढ़ावा देने के लिए बुधवार को गोमतीनगर स्थित नोवोटेल होटल में एक अंतर्राज्यीय नॉलेज एक्सचेंज कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता मिशन निदेशक यूपीएसआरएलएम श्रीमती दीपा रंजन ने की।
छह राज्यों ने साझा किए अनुभव
कार्यक्रम में गोवा, ओडिशा, असम, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल के विभिन्न सरकारी विभागों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
मिशन निदेशक दीपा रंजन ने यूपी में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए चल रही प्रमुख आजीविका पहलों—लखपति दीदी, सूर्य सखी, प्रेरणा ओजस मॉडल आदि—की जानकारी साझा की और प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि अन्य राज्यों में भी ऐसे कार्यक्रमों की शुरुआत में यूपीएसआरएलएम पूरा सहयोग करेगा।
सौर ऊर्जा मॉडल की हुई सराहना
प्रतिनिधि मंडल ने यूपी में चल रहे प्रेरणा ओजस मॉडल, सौर उत्पादों के निर्माण, सोलर शॉप्स की स्थापना, स्वच्छ रसोई समाधान और विकेन्द्रीकृत नवीकरणीय ऊर्जा से जुड़े कार्यों को अत्यंत प्रेरणादायक बताया।
महिला समूहों के बीच सौर ऊर्जा आधारित आजीविका मॉडल को एक सफल, व्यवहारिक और सतत पहल के रूप में सराहा गया।
प्रतिनिधियों ने बताया कि वे अपने-अपने राज्यों में ऐसा इकोसिस्टम विकसित करना चाहते हैं, जहाँ महिलाएँ हरित ऊर्जा के प्रसार में प्रमुख भूमिका निभा सकें। उन्होंने भविष्य में यूपीएसआरएलएम और प्रेरणा ओजस से तकनीकी सहयोग और प्रशिक्षण उपलब्ध कराने का अनुरोध भी किया।
अधिकारियों की मौजूदगी
कार्यक्रम में एसपीएम–यूपीएसआरएलएम सत्यजीत शुक्ल, प्रेरणा ओजस के शैलेन्द्र द्विवेदी, सहित अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।
सब तक एक्सप्रेस | उत्तर प्रदेश



