विश्व विख्यात भागवताचार्य किरीट भाई द्वारा श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ
खाटू श्याम मंदिर में 22 से 28 नवंबर तक होगा कथा आयोजन

विशेष संवाददाता : शैलेन्द्र यादव, सब तक एक्सप्रेस
लखनऊ। बीरबल साहनी मार्ग स्थित श्री खाटू श्याम मंदिर में विश्व विख्यात भागवताचार्य किरिट भाई जी महाराज द्वारा साप्ताहिक श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन 22 नवंबर से 28 नवंबर तक किया जा रहा है। कथा प्रतिदिन दोपहर 3 बजे से सायं 7 बजे तक होगी।
भक्तिमय कलश यात्रा के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ
कथा से पूर्व भव्य कलश यात्रा पंचमुखी हनुमान मंदिर से प्रारंभ होकर खाटू श्याम मंदिर परिसर में संपन्न हुई। गाजे-बाजे और भक्ति गीतों के बीच बड़ी संख्या में महिलाएँ सिर पर कलश लेकर चल रही थीं। पीछे रथ पर विराजमान किरीट भाई जी महाराज भक्तों को आशीर्वाद देते चल रहे थे।
प्रेस वार्ता में महत्त्वपूर्ण संदेश
प्रेस वार्ता के दौरान किरीट भाई जी ने पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए कहा कि “श्रीमद्भागवत का पितृपक्ष में श्रवण केवल पितरों का नहीं, बल्कि आत्मा के उद्धार का मार्ग है।”
उन्होंने बताया कि भागवत में तत्वज्ञान, राजनीति, समाजशास्त्र सहित जीवन के हर पहलू का उल्लेख है। इसलिए केवल बुजुर्ग ही नहीं, बल्कि युवाओं को भी कथा सुननी चाहिए ताकि जीवन की जटिलताओं को समझा जा सके।
“मोह भोग लेता है, प्रेम भोग देता है” — किरीट भाई
किरिट भाई जी महाराज ने कहा—
- मोह हमेशा मनुष्य को भोग लेता है, जबकि प्रेम मनुष्य को भोग देने की प्रेरणा देता है।
- गुरु और शिष्य का नाता जन्म-जन्मांतर का होता है। गुरु ही सही मार्गदर्शक और मानसिक हमराही होता है।
- निष्काम कर्म, भक्ति, ज्ञान और अनुशासन से मनुष्य पापों से मुक्त होकर आत्मिक उन्नति प्राप्त करता है।
उन्होंने बताया कि मनुष्य वासना और स्वार्थवश पाप करता है, जिससे उसके भीतर लोभ-मोह-अहंकार जैसे विकार उत्पन्न होते हैं। गीता के सिद्धांतों के अनुसार ज्ञान, भक्ति और अनुशासन जीवन को सही दिशा प्रदान करते हैं।
कथा प्रतिदिन मध्याह्न 3 से सायं 7 बजे तक
प्रवक्ता अनुराग साहू ने बताया कि कथा प्रतिदिन निर्धारित समय पर होगी और बड़ी संख्या में भक्तों के आने की संभावना है।
आयोजन समिति और उपस्थित भक्त
इस अवसर पर कार्यक्रम आयोजक अतुल अग्रवाल, सुषमा अग्रवाल, महामंत्री रूपेश अग्रवाल, अनुराग साहू, पंकज मिश्रा सहित बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित रहे।



