अभिभावक संघ अल-फलाह छात्रों के साथ आया, मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय में एडजस्टमेंट की अपील

छात्रों की उम्मीदों के साथ अभिभावकों की सरकार से अपील
दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए बम विस्फोट के मामले ने देशभर में सनसनी फैला दी थी। इस मामले की कड़ी जांच के दौरान अल-फलाह यूनिवर्सिटी का नाम सामने आने से एजेंसियों ने विश्वविद्यालय और इससे जुड़े कुछ लोगों को जांच के घेरे में ले लिया। जांच आगे बढ़ने के साथ ही यूजीसी ने यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद करने का फैसला लिया। इसी के साथ हजारों छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ गया। स्थिति यह हो गई कि कक्षाएं बंद हो गईं, परीक्षाएं स्थगित कर दी गईं, और अभिभावक अपने बच्चों को लेकर चिंता में डूब गए।
अभिभावक एकता मंच ने हस्तक्षेप करते हुए सरकार से विशेष अपील की है कि छात्रों को तत्काल राहत दी जाए। मंच के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट ओपी शर्मा और महासचिव कैलाश शर्मा ने कहा कि निर्दोष छात्रों को इस जांच का खामियाजा नहीं भुगतना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल कार्रवाई करते हुए छात्रों को दूसरी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी में एडजस्ट करने की व्यवस्था करनी चाहिए।
यूनिवर्सिटी की सदस्यता रद होने के कारण छात्रों की डिग्री अधर में लटक गई है। यूजीसी की गाइडलाइन्स के अनुसार ऐसे मामलों में छात्रों को उसी राज्य या आसपास के राज्यों की किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी में ट्रांसफर किया जा सकता है। इससे छात्रों की पढ़ाई जारी रह सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर समय रहते कोई कदम नहीं उठाया गया तो छात्रों का एक पूरा शैक्षणिक वर्ष बेकार हो सकता है।
अब अभिभावक और छात्र दोनों सरकार की ओर उम्मीद से देख रहे हैं। सभी की मांग है कि पढ़ाई को बिना बाधित किए छात्रों के भविष्य को सुरक्षित किया जाए।



