
शैलेन्द्र यादव, विशेष संवाददाता
सब तक एक्सप्रेस।
लखनऊ/फतेहपुर/देवरिया। प्रदेश में एसआईआर कार्यभार के दबाव में बीएलओ और लेखपालों की लगातार हो रही मौतों ने प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा है कि मृतक बीएलओ के परिजनों को तत्काल आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
फतेहपुर जनपद के बाग बादशाही खजुहा निवासी लेखपाल सुधीर कुमार ने 25 नवंबर को कथित रूप से एसआईआर कार्य की अत्यधिक दबाव और अधिकारियों के निर्देशों के चलते आत्महत्या कर ली थी। इस दर्दनाक घटना के विरोध में प्रदेश के लेखपाल संघ ने सभी तहसीलों में धरना प्रदर्शन कर रोष व्यक्त किया।
लेखपाल संघ ने स्पष्ट मांग की है कि—
- मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए
- परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी मिले
- एसआईआर की समय सीमा बढ़ाई जाए
घटना की जानकारी मिलने पर कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय फतेहपुर पहुंचे और मृतक के परिवार से मिलकर संवेदना व्यक्त की। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लेखपाल संघ के धरने में बढ़-चढ़कर शामिल होने के लिए निर्देशित किया, जिसके बाद प्रदेशभर में कांग्रेसजन धरनों में पहुंचे।
इसके अलावा अजय राय आज देवरिया पहुंचे, जहां एसआईआर कार्य के दबाव में बीएलओ रंजू दुबे की मौत हो गई थी। उन्होंने परिवार से मिलकर सांत्वना दी और रुद्रपुर में लेखपालों के धरने में भी शामिल हुए।
धरने में संबोधित करते हुए अजय राय ने कहा—
“एसआईआर को लेकर पूरे प्रदेश में अराजक स्थिति है। बीएलओ पर न केवल अत्यधिक काम का दबाव है, बल्कि अनुचित कार्यों का भी दबाव बनाया जा रहा है। हालात इतने भयावह हो चुके हैं कि कहीं मौतें हो रही हैं, कहीं कर्मचारी आत्महत्या को मजबूर हैं। यह सरकार और चुनाव आयोग दोनों की संवेदनहीनता है।”
उन्होंने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश जैसा बड़ा राज्य एक महीने में एसआईआर पूरा करने की अपेक्षा कैसे कर सकता है। यह मात्र जिद नहीं बल्कि गंभीर लापरवाही है, जो कर्मचारियों की जान पर भारी पड़ रही है।
अजय राय ने जोर देकर कहा—
- मृत बीएलओ के परिवारों को तुरंत आर्थिक सहायता दी जाए
- एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाए
- एसआईआर की समयसीमा बढ़ाई जाए
- बीएलओ और लेखपालों के साथ मानवीय व्यवहार किया जाए



