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वाराणसी में 11 माह में 254 लोगों की मौत, प्रयागराज हाईवे बना डेंजर जोन — तेज रफ्तार और लापरवाही बने मुख्य कारण

सब तक एक्सप्रेस, वाराणसी।

वाराणसी। सड़क सुरक्षा माह और सप्ताह मनाने के बावजूद जिले में सड़क हादसों का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। इस साल जनवरी से नवंबर तक वाराणसी में विभिन्न हाईवे और रिंग रोड पर 254 लोगों की दर्दनाक मौत हो चुकी है।

सबसे ज्यादा हादसे प्रयागराज–वाराणसी हाईवे पर हुए हैं, जहां 97 लोगों की जान गई। इस हाईवे को सबसे खतरनाक जोन माना जा रहा है। हादसों की मुख्य वजह तेज रफ्तार, सड़क किनारे खड़े ट्रक, जगह-जगह बने कट और गलत दिशा से आने वाले वाहन बताए जा रहे हैं।

कई क्षेत्रों में हर दिन हो रहे हादसे

मिर्जामुराद से लेकर बिहड़ा, ठठरा, चित्रसेनपुर, रूपापुर, डंगहरिया, भीखीपुर, मेंहदीगंज, खजुरी, रखौना और भिखारीपुर तक कई जगहें लगातार हादसों से त्रस्त हैं। हाईवे किनारे खड़े भारी वाहन हादसों का बड़ा कारण बने हुए हैं। मोहनसराय में गलत दिशा से आने वाले वाहन भी दुर्घटनाओं को बढ़ा रहे हैं।

कपसेठी, शिवदासपुर, ढाखा, कैथी और चौबेपुर क्षेत्र में भी कई मौतें दर्ज हुई हैं। शिवपुर–तरना फ्लाईओवर के नीचे सर्विस रोड की खराब स्थिति भी लोगों के लिए खतरा बन चुकी है।

ब्लैक स्पॉट की पहचान में लापरवाही

जिले में सिर्फ 8 ब्लैक स्पॉट चिह्नित बताए जाते हैं, जबकि विशेषज्ञों के अनुसार वाराणसी में कम से कम 50 ब्लैक स्पॉट हो सकते हैं। अगर इनकी सही पहचान और सुधार किए जाएं तो हादसे काफी हद तक कम हो सकते हैं।

मार्च में पुलिस, आरटीओ, पीडब्ल्यूडी और एनएचएआई की संयुक्त जांच में स्पीड ब्रेकर, साइनेज, रिफ्लेक्टर और गोलचक्कर लगाने की सिफारिश की गई थी, लेकिन ज्यादातर जगहों पर अभी तक काम अधूरा है।

हुए बड़े हादसों की सूची

  • 25 जनवरी, खजुरी चट्टी — सड़क किनारे खड़े ट्रेलर से कार टकराने पर फौजी शिवजी सिंह, उनकी बेटी सोनम, चालक राजू और उसकी पत्नी की मौत।
  • 21 फरवरी, रूपापुर — खड़े ट्रक से क्रूजर की भिड़ंत, कर्नाटक के छह तीर्थयात्रियों की मौत।
  • 14 जून, कछवां रोड — तेज रफ्तार कार डिवाइडर से टकराई, तीन लोगों की मौत जिनमें बीएसएफ जवान भी शामिल।

विशेषज्ञों का कहना है कि सही सर्वे, बेहतर संकेतक, सुरक्षित कट और किनारे खड़े वाहनों पर रोक लगाकर हादसों में काफी कमी लाई जा सकती है। फिलहाल आंकड़े बताते हैं कि सड़क सुरक्षा के दावे हकीकत में नज़र नहीं आ रहे।

साब तक एक्सप्रेस के लिए रिपोर्ट।

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