
सब तक एक्सप्रेस। नेहा मेघवाल की रिपोर्ट।
चित्तौड़गढ़। बीकानेर जिले की डूंगरगढ़ तहसील के रिडी निवासी लच्छुराम गोदारा द्वारा सोशल मीडिया पर लाईव आकर अनुसूचित जाति एवं जनजाति वर्ग को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए धमकी भरे बयान देने के मामले में एससी-एसटी महासभा ने जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में मांग की गई कि आरोपी के खिलाफ दर्ज मुकदमे में गंभीर धाराओं में त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे जल्द गिरफ्तार किया जाए। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक ने तुरंत संबंधित आईजी बीकानेर को अवगत कराया है।
जिला संयोजक रामेश्वर बैरवा ने बताया कि आरोपी ने न केवल एससी-एसटी समाज को जातिसूचक शब्दों से संबोधित किया बल्कि गाली-गलौज करते हुए उन्हें गौमांस खाने वाला बताया और मोहल्लों में घुसकर जान से मारने की धमकी भी दी। इस कृत्य से समाज की भावनाएं गहराई से आहत हुई हैं और समाज में व्यापक रोष है।
ज्ञापन सौंपने के दौरान जिले के कई सामाजिक संगठनों और पदाधिकारियों की मौजूदगी रही। इनमें जिला अंबेडकर संस्थान गंगरार के जिला महामंत्री कन्हैयालाल धोबी, प्रो. निर्मल देसाई, डॉ. भीमराव अंबेडकर नागरिक संघ जिलाध्यक्ष बाबूलाल बैरवा, राष्ट्रीय भील सेना संयोजक गोपाल भील आकोडिया, सालवी समाज जिलाध्यक्ष श्यामलाल सालवी, प्रदेश महासचिव एडवोकेट गोपाल सालवी सुरजना, एससी-एसटी महासभा संयोजक रतनदेव मोहिल रेगर, राष्ट्रीय भील सेना जिलाध्यक्ष मुकेश भील समेत अनेक संगठन पदाधिकारी, कार्यकर्ता और महिलाएं शामिल रही।
इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर शासन-प्रशासन के खिलाफ सड़कों पर उतरना पड़ेगा।