“गौतमी पाटील का धांगड़धिंगा ज़्यादा सालों तक नहीं चलेगा..” मोडनिंब की बैठक में 2 बड़े फैसले लिए गए।

विरेंद्र उत्पात, प्रतिनिधि, सोलापुर, 25 जुलाई : जिले के मोडलिंब में आज राज्यस्तरीय तमाशा कलाकारों की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इसमें यह तय किया गया कि 18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियाँ तमाशा केंद्र में कलाकार के रूप में अपनी कला प्रस्तुत नहीं कर पाएंगी। साथ ही तमाशा थिएटर में डीजे पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इस जानकारी की पुष्टि वसंत गाडे ने की। उन्होंने कहा कि डीजे संस्कृति नाट्यकला पर एक कलंक है और इसी बहाने उन्होंने गौतमी पाटील पर निशाना साधा।
मोडलिंब में हुई इस राज्यस्तरीय बैठक में तमाशा कलाकार, केंद्र मालिक, पार्टी मालिकिन तथा स्त्री-पुरुष कलाकार उपस्थित थे। बैठक में मुख्यतः दो बड़े निर्णय लिए गए –
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18 वर्ष से कम उम्र के लड़के-लड़कियाँ तमाशा थिएटर में कला प्रस्तुत नहीं करेंगे।
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तमाशा थिएटर में अब आगे डीजे का उपयोग नहीं होगा।
इस अवसर पर लावणी कलाकार वैशाली वाफळकर ने कहा कि गौतमी पाटील द्वारा डीजे लगाकर किया जाने वाला यह धूमधड़ाका अब ज्यादा दिन नहीं चलेगा। पारंपरिक लावणी कला तमाशा थिएटर में अंत तक बनी रहेगी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि तमाशा कलाकारों को समाज में उचित मान-सम्मान मिलना चाहिए और उनके बच्चों को सम्मानजनक ढंग से शिक्षा प्राप्त हो सके, इसके लिए सरकार को सहयोग करना चाहिए।
गौतमी पाटील फिर चर्चा में
पिछले कुछ महीनों से गौतमी पाटील लगातार किसी-न-किसी कारण से चर्चा में रहती हैं। उनका एक वीडियो, जिसमें उन्होंने अश्लील हावभाव किया था, वायरल हुआ था। इसके बाद ही वे पहली बार सुर्खियों में आईं। उस घटना के बाद गौतमी ने सभी से माफी माँगते हुए भरोसा दिलाया था कि ऐसी गलती फिर नहीं होगी। अक्सर उनके कार्यक्रमों में दर्शकों द्वारा किए गए उपद्रवों के कारण भी वे चर्चा में रहती हैं। सोलापुर में तो एक आयोजक ने उनके खिलाफ केस भी दर्ज कराया था, वहीं कई जगह उनके कार्यक्रमों की वजह से आयोजकों पर भी मामले दर्ज हुए हैं। अब जब तमाशा कलाकारों ने खुलेआम गौतमी पाटील की आलोचना की है, तो यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इसका क्या जवाब देती हैं।