
सब तक एक्सप्रेस विशेष संवाददाता — बाराबंकी
बाराबंकी। टिकैत नगर थाना क्षेत्र के सराय बरई गांव में गुरुवार को पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण धमाकों ने पूरे इलाके को दहला दिया। एक के बाद एक हुए विस्फोटों में दो लोगों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि फैक्ट्री मालिक सहित पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए। धमाकों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दो किलोमीटर दूर तक इलाके में कंपन महसूस किया गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विस्फोट इतना जबरदस्त था कि फैक्ट्री की दीवारें व छत उड़ गईं, जबकि आसपास के कई मकानों की दीवारों में दरारें पड़ गईं। हादसे में दो लोगों के शरीर के चिथड़े उड़ गए। घटनास्थल का दृश्य भयावह था — चारों ओर बारूद और मलबे का ढेर बिखरा पड़ा था।
घटना की सूचना मिलते ही आईजी प्रवीण कुमार, डीएम शशांक त्रिपाठी और एसपी अर्पित विजवर्गीय पुलिस व दमकल दल के साथ मौके पर पहुंचे। दमकल कर्मियों ने करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया और पांच घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक, 50 वर्षीय मोहम्मद खालिद मूल रूप से अयोध्या जिले के इनायत नगर के निवासी हैं और सराय बरई गांव में पटाखा फैक्ट्री चलाते थे। हादसे के समय फैक्ट्री में कई मजदूर काम कर रहे थे। बताया गया कि बारूद के ढेर से निकली चिंगारी ने आग पकड़ ली, जिसके बाद सिलसिलेवार धमाके शुरू हो गए।
घटना में मोहम्मद खालिद, उनके भाई वारिस, निर्मल, वसीम और सलमान बुरी तरह झुलस गए हैं। पूरे गांव में इस हादसे के बाद दहशत का माहौल है।
आईजी प्रवीण कुमार ने बताया कि “दो लोगों की मौत और पांच के घायल होने की पुष्टि हुई है। मृतकों की पहचान कराने का प्रयास किया जा रहा है।”
वहीं एसपी शशांक त्रिपाठी ने कहा कि “घटना की विस्तृत जांच जारी है। बम निरोधक दस्ता और फॉरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है। फैक्ट्री की वैधता और सुरक्षा मानकों की भी जांच की जा रही है।”
इस घटना ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है कि आबादी वाले क्षेत्रों में अवैध या असुरक्षित पटाखा फैक्ट्रियों का संचालन आखिर कब तक जारी रहेगा?



