
राजसमंद में बड़ी आतंकी साजिश नाकाम
राजस्थान के राजसमंद जिले में पुलिस ने एक बड़ी आतंकी योजना को समय रहते नाकाम कर दिया। श्रीनाथजी थाना पुलिस ने एक पिकअप वैन से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया है, जिसे आमेर से नाथद्वारा ले जाया जा रहा था। शुरुआती जांच में पता चला है कि यह विस्फोटक इतना शक्तिशाली था कि एक ही धमाका 10 किलोमीटर तक का क्षेत्र प्रभावित कर सकता था। घटना सामने आते ही पूरे इलाके में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया।
खुफिया इनपुट के बाद कार्रवाई
हाल ही में फरीदाबाद मॉड्यूल और दिल्ली ब्लास्ट जैसे मामलों के बाद देश की सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सतर्क थीं। इसी क्रम में राजस्थान पुलिस को भी कुछ इनपुट मिले थे। उसी आधार पर पिकअप वैन को रोका गया और तलाशी के दौरान विस्फोटक सामग्री मिली। बरामद सामग्री एक बड़े हमले की ओर इशारा कर रही है।
पिकअप वैन में क्या मिला?
पुलिस के अनुसार, वैन में उच्च क्षमता वाले विस्फोटक, डेटोनेटर और कुछ रसायन पाए गए, जो मिलकर एक बड़े ब्लास्ट को अंजाम दे सकते थे। इन विस्फोटकों को किस स्थान पर उपयोग किया जाना था, इसका अभी स्पष्ट खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन शुरुआती जांच इसे एक बड़ी आतंकी साजिश से जोड़ रही है।
ड्राइवर से पूछताछ में सामने आए सुराग
पुलिस ने वैन चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। ड्राइवर ने जिन लोगों के नाम लिए हैं, उनमें कुछ स्थानीय और कुछ बाहरी राज्यों के संदिग्ध शामिल बताए जा रहे हैं। पुलिस ने उन सभी की तलाश शुरू कर दी है और कई ठिकानों पर दबिश भी दी जा रही है।
ड्राइवर ने स्वीकार किया कि उसे सामान की वास्तविक जानकारी नहीं थी, लेकिन उसके बयानों पर पुलिस अभी गहराई से छानबीन कर रही है।
हालिया गिरफ्तारियाँ बढ़ाती हैं शक
कुछ दिन पहले राजस्थान से चार संदिग्ध मौलवियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें मौलवी ओसामा उमर का कनेक्शन पाकिस्तान के आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) से मिला था। इन गिरफ्तारियों के बाद से राज्य पुलिस अलर्ट मोड पर थी। ताजा बरामदगी उसी खतरे की कड़ी का हिस्सा लग रही है।
स्थानीय लोगों में दहशत, सुरक्षा बढ़ाई गई
घटना के बाद श्रीनाथजी क्षेत्र और आसपास के इलाकों में दहशत फैल गई है। पुलिस ने पूरे इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी है।
जांच टीमें विस्फोटक का नमूना लेकर लैब भेज चुकी हैं, ताकि उसके प्रकार और क्षमता की पूरी जानकारी सामने आ सके।
जांच के मुख्य बिंदु
-
विस्फोटक कहां से लाया गया और कहां भेजा जा रहा था?
-
पिकअप वैन को किसने तैयार करवाया?
-
हालिया TTP कनेक्शन से कोई लिंक?
-
ड्राइवर द्वारा बताए गए नाम कितने विश्वसनीय?
-
क्या यह किसी बड़े त्योहार, धार्मिक स्थल या सरकारी इमारत को निशाना बनाने की साजिश थी?
पुलिस और ATS की संयुक्त कार्रवाई
राजस्थान ATS, SOG और स्थानीय पुलिस मिलकर मामले की जांच कर रही है। प्रारंभिक अनुमान है कि यह एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा है, जो राज्य में आतंक फैलाने की कोशिश कर रहा था।
राजस्थान में हाल के महीनों में आतंक संबंधी गतिविधियों में वृद्धि ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ाई है। इसलिए यह बरामदगी पुलिस के लिए एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।



