उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव 2026 की तैयारी शुरू, 18 जुलाई से वार्ड निर्धारण और मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान

लखनऊ, 16 जुलाई 2025:
उत्तर प्रदेश में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी को लेकर शासन ने वार्डों के पुनर्गठन (delimitation) और मतदाता सूची के पुनरीक्षण का व्यापक कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है। यह प्रक्रिया 18 जुलाई 2025 से पूरे प्रदेश में एकसाथ प्रारंभ की जाएगी और यह जनवरी 2026 तक चरणबद्ध रूप से चलेगी।
इस बार की चुनावी तैयारियों में कई नई बातें देखने को मिल रही हैं। कई ग्राम पंचायतों की जनसंख्या 1000 से कम हो गई है या उन्हें शहरी निकायों में शामिल कर दिया गया है। ऐसे में ग्राम पंचायतों के पुनर्गठन, नए वार्ड निर्धारण, तथा मतदाता सूची का अद्यतन एक महत्वपूर्ण कार्य बन गया है।
🗓 प्रमुख तिथियाँ:
28–30 जून: ग्राम पंचायत स्तर पर जनसंख्या डेटा संकलन
1–3 जुलाई: प्रस्तावित वार्ड सूची का प्रकाशन
4–8 जुलाई: आपत्तियों के लिए समयावधि
9–11 जुलाई: प्राप्त आपत्तियों का निस्तारण
12–14 जुलाई: अंतिम वार्ड सूची का प्रकाशन
16 जुलाई तक: जिलों से अंतिम सूची शासन को प्रेषित
18 जुलाई से 15 जनवरी 2026 तक: मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्य
इस अभियान के अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि प्रत्येक वार्ड में समुचित जनसंख्या हो और एक ही परिवार के सभी सदस्य एक ही वार्ड में सम्मिलित हों। इसके अलावा, 1 जनवरी 2026 तक जिन नागरिकों की आयु 18 वर्ष हो चुकी है, उन्हें मतदाता सूची में सम्मिलित किया जाएगा।
📋 पुनर्गठन का उद्देश्य:
ग्राम पंचायतों की वर्तमान स्थिति के अनुसार नए वार्डों का निर्माण
नगरीय क्षेत्रों में सम्मिलित गांवों की सूची से बाहर किए गए पंचायतों का विलय
निष्पक्ष, पारदर्शी और अद्यतन मतदाता सूची तैयार करना
राज्य सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश जारी करते हुए कार्य को निर्धारित समय-सीमा के भीतर पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। पंचायत राज अधिनियम के तहत यह संपूर्ण प्रक्रिया संचालित होगी।