
✍🏻 सब तक एक्सप्रेस ब्यूरो, सोनभद्र
सोनभद्र। समाजवादी पार्टी के आह्वान पर शनिवार को जिले में आरक्षण दिवस को “संविधान-मानस्तंभ स्थापना दिवस” के रूप में भव्यता के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय पर आयोजित इस कार्यक्रम में समाजवादी नेताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन करते हुए संविधान की रक्षा और आरक्षण की अपरिहार्यता पर जोर दिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लल्लन राय उर्फ श्रीप्रकाश राय ने ऐतिहासिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि 26 जुलाई 1902 को महाराजा शाहूजी महाराज ने महात्मा फुले के आरक्षण विचार को अपने राज्य में लागू किया, जिसने आगे चलकर भारतीय संविधान की नींव रखी।
उन्होंने कहा, “संविधान ही आरक्षण का मूल स्तंभ है। जब तक संविधान बचेगा, सामाजिक न्याय भी सुरक्षित रहेगा।” उन्होंने इसे “मानस्तंभ” अर्थात प्रकाश का स्तंभ बताते हुए कहा कि यह विचार हर पीढ़ी को समानता, न्याय और अधिकारों का मार्ग दिखाता रहेगा।
विधान परिषद सदस्य आशुतोष सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार की नीतियों से आज हर वर्ग परेशान है – किसान, नौजवान, व्यापारी, मजदूर और अल्पसंख्यक। समाजवादी कार्यकर्ताओं को गांव-गांव जाकर पार्टी की विचारधारा को लोगों तक पहुंचाना होगा।
जय प्रकाश पाण्डेय उर्फ चेखुर पाण्डेय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा:
“आरक्षण कोई भीख नहीं, यह सामाजिक न्याय की नींव है। संविधान ने हमें जो अधिकार दिए हैं, उन्हें बचाना हम सबका दायित्व है। समाजवादी आंदोलन ही वह रास्ता है, जो पीड़ितों, वंचितों और शोषितों की आवाज़ को ताकत देता है। आज जरूरत है कि हम सब संविधान और आरक्षण के पक्ष में एकजुट हों और हर मंच पर अपना हक़ मजबूती से उठाएं।”
समाजवादी अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व्यास गौड़ ने भी संविधान को जनसामान्य की शक्ति बताते हुए उसकी रक्षा को प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य बताया।
जिलाध्यक्ष राम निहोर यादव ने भारी जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन सामाजिक न्याय की चेतना को जन-जन तक पहुंचाने का माध्यम है।
इस अवसर पर अविनाश कुशवाहा, रेशम चंद्र दुबे, परमेश्वर दयाल, सुनील सिंह यादव, मुनिर अहमद, डॉ. रवि कुमार गौड़, जयप्रकाश पाण्डेय, मंदाकिनी पांडे, सैयद कुरेशी सहित कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता उपस्थित रहे।