
उदयपुर से संवाददाता राकेश जैन
उदयपुर के प्रतिष्ठित महाराणा भूपाल कॉलेज के विवेकानंद सभागार में पूर्व छात्र परिषद का मासिक स्नेह मिलन समारोह गरिमामय वातावरण में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रोफेसर महीप भटनागर ने की, जबकि महासचिव शांतिलाल भंडारी, डॉ. के. एल. कोठारी, पी. के. वर्डिया, शिव रतन तिवारी, एम. पी. जैन सहित अन्य विशिष्टजन मंचासीन रहे।
महासचिव शांतिलाल भंडारी ने स्वागत भाषण में परिषद की 15 वर्षों की यात्रा पर प्रकाश डालते हुए आगामी अगस्त में आयोजित होने वाले वार्षिकोत्सव की जानकारी दी, जिसमें 90 वर्ष के सात व 80 वर्ष के सोलह वरिष्ठ सदस्यों का विशेष सम्मान किया जाएगा।
प्रकाश तातेड़ ने मंच संचालन करते हुए माह का प्रतिवेदन पढ़ा और सदन से अनुमोदन प्राप्त किया। इस अवसर पर इस माह जन्मदिन मना रहे सदस्यों का अभिनंदन कर दीर्घायु की शुभकामनाएं दी गईं।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। सीता शर्मा ने “दर्शन दो घनश्याम नाथ मोरी”, संजीव भारद्वाज ने “बात मुद्दत के बाद ये घड़ी आई”, बी. एल. चावत ने “होठों से छू लो तुम”, विमल शर्मा ने “रिमझिम गिरे सावन”, श्रीमती मुकुल बक्शी ने “सावन का महीना”, तथा शारदा तलेसरा ने “सावण आयो लहरियो रंगवा दे रसिया” प्रस्तुत कर माहौल को भावनात्मक बना दिया।
कविता पाठ में डॉ. के. एल. कोठारी ने “है वरखा तू बरस बरस”, वर्धमान ने “धरती रो हरियालो अंचल”, शिव रतन तिवारी ने “राम विरह गीत” और स्कूली शिक्षकों की व्यथा पर मार्मिक मेवाड़ी रचना प्रस्तुत की।
प्रो. महीप भटनागर ने “ढाई अक्षर की महिमा” पर प्रेरणादायक उद्बोधन दिया। वहीं शिवदान सिंह ने बांसुरी पर मनोहारी धुन बजा कर सबका मन मोह लिया।
कर्नल अभय लोढ़ा ने मेवाड़ के प्रधानमंत्री रहे ठा. अमरचंद बड़वा के जीवन और कार्यों पर प्रकाश डालते हुए लोडची तोप की मारक क्षमता का उल्लेख किया। प्रो. विमल शर्मा ने ठा. बड़वा पर प्रकाशित प्रमाणिक पुस्तक की जानकारी दी।
अंत में दिवंगत वरिष्ठ सदस्य को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ, जिसके पश्चात सभी ने स्नेह भोज का आनंद लिया।
📍 स्थान: विवेकानंद सभागार, महाराणा भूपाल कॉलेज, उदयपुर
🗓️ आयोजन: मासिक स्नेह मिलन समारोह – पूर्व छात्र परिषद