
रिपोर्ट: शिंभू सिंह, राजस्थान | सब तक एक्सप्रेस
सीकर (राजस्थान)।
नीमकाथाना के पास पाटन क्षेत्र में शुक्रवार को एक तेज रफ्तार ट्रेलर अचानक आग की लपटों में घिर गया, जिससे अफरा-तफरी मच गई। गनीमत रही कि समय रहते चालक और स्टाफ ने कूदकर अपनी जान बचा ली।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शॉर्ट सर्किट से ट्रेलर में आग लगी, लेकिन क्रेशर जोन होने के कारण इस मार्ग से लगातार बड़ी संख्या में भारी वाहन गुजरते रहते हैं, जिससे ऐसी घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है।
⚠️ क्रेशर जोन बना हादसों का हॉटस्पॉट
यह क्षेत्र पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों की बेलगाम आवाजाही का गवाह बन चुका है। कई बार शिकायतों के बावजूद, प्रशासनिक निरीक्षण और औचक जांच का पूरी तरह से अभाव है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि:
“इन ट्रेलरों में एलपीजी सिलेंडर जैसे खतरनाक सामान भी खुलेआम रखे जाते हैं, जिन पर कोई निगरानी नहीं है। प्रशासन की निष्क्रियता से यह क्षेत्र हादसों का केंद्र बनता जा रहा है।”
❗ प्रशासन और सरकार से मांग
रिपोर्टर शिंभू सिंह के अनुसार, यह घटना सिर्फ एक चेतावनी है। यदि समय रहते कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो यह लापरवाही बड़ी त्रासदी में बदल सकती है।
स्थानीय लोग, मीडिया और जनप्रतिनिधि राजस्थान सरकार और जयपुर मुख्यालय से मांग कर रहे हैं कि—
- भारी वाहनों की गहन जांच हो
- क्षमता से अधिक लोड ढोने वालों पर कानूनी कार्यवाही की जाए
- सड़क सुरक्षा के मानकों को कड़ाई से लागू किया जाए
- क्षेत्रीय प्रशासन को उत्तरदायी बनाया जाए
इस मुद्दे पर नीमकाथाना के जिम्मेदार अधिकारियों से भी अपील की गई है कि वे स्थिति की गंभीरता को समझें और तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करें।
सब तक एक्सप्रेस आपसे अपील करता है कि सड़क सुरक्षा के इस ज्वलंत मुद्दे पर प्रशासन जागरूकता बढ़ाए और जनहित में त्वरित समाधान निकाले।
📍 रिपोर्ट: शिंभू सिंह, राजस्थान