कन्या शिक्षा परिसर पाली में पहुंचा विज्ञान जत्था, छात्राओं को दी वैज्ञानिक चेतना की सीख

उमरिया ब्यूरो चीफ राहुल शीतलानी
पाली (उमरिया)।
भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति जन-जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अधीन एनसीएसटीसी (NCSTC) द्वारा संचालित विज्ञान जत्था आज उमरिया जिले के आदिवासी कन्या शिक्षा परिसर, पाली पहुंचा। इस मौके पर विद्यालय में विज्ञान आधारित कई रोचक और ज्ञानवर्धक गतिविधियों का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में संक्रामक रोगों से बचाव, स्वच्छता, पोषण, सिकल सेल बीमारी से सावधानी जैसे विषयों को पोस्टर, मॉडल और पपेट शो के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। पपेट शो के माध्यम से विवाह से पूर्व सिकल सेल जांच का महत्व समझाया गया और बताया गया कि यदि लड़का और लड़की दोनों सिकल सेल पीड़ित हैं तो उनका विवाह नहीं करना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य सरिता जैन ने की। इस अवसर पर शिक्षिकाएँ अर्चना सिंह, राजश्री पारौहा, विनय पारस, रेनु सिंह, आर.के. गर्ग समेत अन्य शिक्षकगण उपस्थित रहे।
विज्ञान को मनोरंजक बनाने के लिए गणितीय पहेलियाँ, अच्छी आदतों का खेल और लोकनृत्य का आयोजन भी किया गया, जिससे छात्राओं में खासा उत्साह देखने को मिला।
कार्यक्रम के पीआई एश्वर्य शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी के माध्यम से भारतीय रक्षा विज्ञान और अंतरिक्ष विज्ञान में हुई प्रगति की भी जानकारी दी गई। खासकर, वर्तमान समय में युद्ध के दौरान रक्षा विज्ञान की भूमिका को रेखांकित किया गया। साथ ही श्रेष्ठ प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन मेपकास्ट के सीनियर साइंटिस्ट डॉ. सुनील के. गर्ग के मार्गदर्शन में किया गया। वहीं हरिद्वार से आए इंजीनियर बी.बी. गाधी और अन्य रिसोर्स पर्सनों ने खेल-खेल में विज्ञान की अवधारणाओं को दैनिक जीवन से जोड़ते हुए समझाया।
यह आयोजन छात्राओं के लिए न केवल ज्ञानवर्धक रहा, बल्कि उन्हें विज्ञान के प्रति जागरूक और प्रेरित करने वाला भी सिद्ध हुआ।