मालेगांव मामले में आरोपियों की बरी होने पर अखण्ड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा ने किया स्वागत, कहा — सिद्ध हुआ हिन्दू आतंकवाद नहीं होता

संवाददाता | सब तक एक्सप्रेस | लखनऊ
मालेगांव बम विस्फोट मामले में सभी आरोपियों के बरी होने के बाद अखण्ड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा ने निर्णय का स्वागत करते हुए इसे सनातन धर्म की विजय बताया है। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी और राष्ट्रीय संयोजक पंकज तिवारी ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि यह निर्णय साबित करता है कि “हिन्दू आतंकवाद” जैसी कोई संकल्पना कभी थी ही नहीं।
ऋषि त्रिवेदी ने कहा कि पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, मेजर रमेश उपाध्याय और सुधाकर चतुर्वेदी सहित अन्य आरोपियों को बरी किया जाना न्यायपालिका की निष्पक्षता का प्रमाण है। उन्होंने कहा,
“हिंदू समाज और भगवा को बदनाम करने के लिए जिन लोगों ने आतंकवाद की स्क्रिप्ट लिखी, वे महज़ मुस्लिम वोटबैंक की राजनीति के लिए इतना नीचे गिर जाएंगे — यह कल्पना भी नहीं की जा सकती थी।”
उन्होंने इस पूरे प्रकरण को सनातन धर्म पर एक सुनियोजित हमला करार देते हुए कहा कि
“मंदिर की घंटियों को बम की आवाज़ों में बदलने की कोशिश की गई, लेकिन सत्य की जीत हुई है। अब यह समय माफी नहीं, जवाबदेही का है।”
संगठन के संयोजक पंकज तिवारी ने कहा कि इस निर्णय ने उन सभी चेहरों को बेनकाब कर दिया है जो राजनीतिक स्वार्थ के लिए सनातन संस्कृति को बदनाम कर रहे थे। उन्होंने देशभर के सनातनी समाज से एकजुट होने और ऐसी साजिशों के खिलाफ आवाज़ बुलंद करने का आह्वान किया।
महासभा ने इस निर्णय को “हिन्दू समाज के आत्मगौरव की पुनर्स्थापना का क्षण” बताते हुए पूरे देश में जागरूकता अभियान चलाने की घोषणा भी की है।