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उत्तम क्षमा धर्म के साथ जैन दर्शन का पर्वाधिराज पर्युषण दशलक्षण पर्व प्रारम्भ

“उत्तम क्षमा जहां मन होई, अंतर बाहर शत्रु न कोई”

सब तक एक्सप्रेस समाचार

झाँसी। संवाददाता – सुनील कुमार मिश्रा

महानगर झाँसी में जैनदर्शन के शाश्वत पर्वाधिराज पर्युषण दशलक्षण पर्व का शुभारम्भ उत्तम क्षमा धर्म की आराधना के साथ हुआ। भगवान महावीर लोक कल्याण परिसर (मेडिकल कॉलेज गेट नं. 3 के आगे निर्माणाधीन भगवान महावीर महातीर्थ) में आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के शिष्य एवं दया भावना फाउण्डेशन प्रणेता पूज्य मुनिश्री अविचलसागरजी महाराज के मंगल सान्निध्य में यह आयोजन संपन्न हुआ।

कार्यक्रम में अमृत पावन वर्षायोग समिति के मुख्य सलाहकार डॉ. राजीव जैन व अध्यक्ष शैलेन्द्र जैन को शांतिधारा करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। जलाभिषेक का पुण्य वरिष्ठ महामंत्री दिनेश जैन डीके, महामंत्री सौरभ जैन सर्वज्ञ, स्वागताध्यक्ष अंकित सर्राफ एवं संयोजक नितिन जैन, निशांत जैन, सनी जैन, देवेश जैन, अंशुल जैन को मिला।

महिला समाज की अध्यक्ष श्रीमती सरोज जैन के संयोजन में श्रीजी की मंगल आरती संपन्न हुई। इस अवसर पर अंजलि सिंघई, प्रतिभा जैन, ऊषा जैन, पूजा जैन, सोनम जैन, रवि जैन सहित अनेक श्रद्धालुओं ने सिद्धचक्र महामण्डल विधान का महाअर्घ्य समर्पित किया।

अपने प्रवचन में मुनिश्री अविचलसागरजी महाराज ने कहा—
उत्तम क्षमा धर्म आत्मा का धर्म है। किसी भी अपमान, यातना या पीड़ा के बाद भी मन में द्वेष या दुर्भावना न रखना ही सच्ची क्षमा है। यही सम्यग्दर्शन, ज्ञान और चारित्र का आधार है।

कार्यक्रम संचालन चातुर्मास समिति के महामंत्री सौरभ जैन सर्वज्ञ ने किया। उन्होंने बताया कि भगवान महावीर लोक कल्याण परिसर में प्रवासी जैन श्रावकों के लिए दस दिवसीय व्रतकाल में शुद्ध सात्विक भोजन की विशेष व्यवस्था की गई है।

कार्यक्रम का समापन वरिष्ठ महामंत्री दिनेश जैन डीके एवं संयोजक सिद्धार्थ जैन के आभार प्रदर्शन के साथ हुआ।


 

 

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