वसई-विरार ट्रॅफिक जॅम : नायगावमध्ये मुलाचा मृत्यू, ॲम्ब्युलन्स वेळेत पोहोचली नाही

वसई-विरार में ट्रैफिक जाम के कारण 1.5 वर्ष के बच्चे की मौत, प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
नायगांव, मुंबई: वसई-विरार से एक मन को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है। नायगांव से मुंबई की ओर उपचार के लिए जा रहे डेढ़ वर्षीय बच्चे का ट्रैफिक जाम में फंसने के कारण दुर्भाग्यपूर्ण निधन हो गया। इस घटना के बाद प्रशासन की लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त की जा रही है।
घटना का विवरण
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नायगांव स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में बच्चे का उपचार चल रहा था।
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डॉक्टरों ने आगे के उपचार के लिए बच्चे को मुंबई ले जाने की सलाह दी।
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परिवार ने रुग्णवाहिका (एम्बुलेंस) द्वारा मुंबई की ओर रुख किया, लेकिन मुंबई-अहमदाबाद हाईवे पर भीषण ट्रैफिक जाम में फंसने के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुँच सके।
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लगभग 20–25 किलोमीटर लंबी वाहन की कतारों और लगभग 5 घंटे जाम में फंसने के बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई।
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अंततः परिवार ने बच्चे को घोडबंदर के पास ससूनवघर स्थित एक छोटे अस्पताल में पहुँचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
नागरिकों की प्रतिक्रिया
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स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की।
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उनका कहना है कि घोडबंदर क्षेत्र का ट्रैफिक जाम पुराना और गंभीर समस्या है, और कई उपायों के बावजूद यह स्थिति बनी हुई है।
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लोग सवाल उठा रहे हैं कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के लिए जिम्मेदार कौन है और प्रशासन क्यों निष्क्रिय है।