
रिपोर्ट — सब तक एक्सप्रेस, जयपुर
जयपुर। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के ‘संगठन सृजन अभियान’ के तहत जयपुर में राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। अभियान के दौरान सभी विधानसभा क्षेत्रों से श्रीमती मंजू शर्मा का नाम जयपुर जिला अध्यक्ष पद के लिए एक सशक्त, सर्वमान्य और लोकप्रिय उम्मीदवार के रूप में तेजी से उभरा है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ताओं, ब्लॉक पदाधिकारियों और स्थानीय नेतृत्व से मिले फीडबैक में मंजू शर्मा के नाम पर सर्वसम्मति बनती दिख रही है। साथ ही, राजपूत समाज से हरेंद्र पाल सिंह जादौन, जो वर्तमान में ब्लॉक अध्यक्ष हैं, का नाम भी संगठनात्मक क्षमता और सर्वसमावेशी नेतृत्व शैली के कारण चर्चा में है।
🔹 क्यों बढ़ा मंजू शर्मा का प्रभाव
- सर्वसम्मति उम्मीदवार: संगठन सृजन अभियान के दौरान सभी वर्गों और धड़ों से मिला समर्थन।
- मजबूत जमीनी पकड़: बूथ से लेकर ब्लॉक स्तर तक संगठन को सशक्त बनाने में सक्रिय भूमिका।
- महिला सशक्तिकरण की पहचान: तीन बार नगर निगम चुनाव जीतकर जनता से गहरा जुड़ाव स्थापित किया।
- युवा नेतृत्व की छवि: ऊर्जावान और सकारात्मक दृष्टिकोण से कार्यकर्ताओं में नया उत्साह जगाया।
🔹 हरेंद्र पाल सिंह जादौन का योगदान
हरेंद्र पाल सिंह जादौन ने ब्लॉक स्तर पर संगठन को मजबूती देने के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं। राजनीतिक सूझबूझ और सबको साथ लेकर चलने की नीति ने उन्हें भी एक प्रभावशाली विकल्प के रूप में स्थापित किया है।
🔹 नेतृत्व का संदेश
कांग्रेस नेतृत्व ने स्पष्ट किया है कि “संगठन सृजन अभियान का उद्देश्य ऐसे समर्पित नेताओं को पहचानना है जो पार्टी को विजय की ओर ले जाएं।”
श्रीमती मंजू शर्मा का नाम सभी विधानसभाओं से उभरना इस बात का प्रमाण है कि वे जयपुर की जनता की सच्ची प्रतिनिधि हैं।
🔹 मंजू शर्मा की प्रतिक्रिया
श्रीमती मंजू शर्मा ने कहा —
“पार्टी ने जो भी जिम्मेदारी सौंपी, मैं उसे पूरी निष्ठा और समर्पण से निभाऊंगी। मेरा लक्ष्य संगठन की एकजुटता बनाए रखना और जयपुर के नागरिकों की समस्याओं का समाधान करना है। हम कांग्रेस के सिद्धांतों को जन-जन तक पहुंचाएंगे।”
🔹 राजनीतिक भविष्य की झलक
पार्टी सूत्रों का मानना है कि आगामी विधानसभा चुनावों में मंजू शर्मा की दावेदारी और भी मजबूत हो गई है। जयपुर की राजनीति में उनके नेतृत्व से एक नया अध्याय जुड़ सकता है, जो कांग्रेस के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।



