प्रभारी मंत्री सम्पतिया उइके ने दिए निर्देश — विकास कार्य गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करें, कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर एनआरसी में भर्ती कराएं

सिंगरौली से सबतक एक्सप्रेस की रिपोर्ट
सिंगरौली, 12 नवम्बर 2025।
मध्यप्रदेश शासन की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एवं जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती सम्पतिया उइके ने कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि जिले में चल रहे सभी निर्माण एवं विकास कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र हितग्राही तक 100 प्रतिशत पहुंचना चाहिए।
बैठक में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की राज्य मंत्री श्रीमती राधा सिंह, विधायक श्री राम निवास शाह, महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल, जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री सोनम सिंह, कलेक्टर श्री गौरव बैनल, पुलिस अधीक्षक श्री मनीष खत्री सहित जिले के कई अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

बैठक की शुरुआत में कलेक्टर गौरव बैनल ने विभिन्न विभागों — राजस्व, कृषि, महिला एवं बाल विकास, खनिज, जनजाति कार्य और पर्यावरण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति का विस्तृत विवरण प्रस्तुत किया।
🔹 कृषि विभाग पर निर्देश:
प्रभारी मंत्री ने निर्देश दिया कि रबी सीजन के दौरान किसानों को गुणवत्तायुक्त बीज और खाद समय पर उपलब्ध कराई जाए। जिन किसानों की फसलें अतिवृष्टि से प्रभावित हुई हैं, उनका सर्वे कर शासन के मंशानुसार राहत पहुंचाई जाए। उन्होंने कृषि विभाग को किसानों को यूरिया की जगह एनपीके खाद के उपयोग हेतु प्रेरित करने को भी कहा।
🔹 राजस्व विभाग की समीक्षा:
श्रीमती उइके ने सीमांकन, नामांतरण एवं भू-अर्जन से जुड़े प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाया जाए।
🔹 जनजाति कार्य विभाग:
प्रभारी मंत्री ने छात्रावासों की स्थिति में सुधार हेतु कलेक्टर द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और कहा कि निरीक्षण के लिए नियुक्त अधिकारी अपने दायित्वों का समय पर निर्वहन करें। उन्होंने सहायक आयुक्त को निर्देश दिया कि छात्रावासों में प्रत्येक बच्चे को मूलभूत सुविधाएं जैसे भोजन, स्वच्छता और सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएं।
🔹 महिला एवं बाल विकास विभाग:
प्रभारी मंत्री ने कहा कि कुपोषण समाप्त करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के सभी कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें एनआरसी (Nutrition Rehabilitation Centre) में भर्ती कराया जाए और सामुदायिक स्तर पर कुपोषण उन्मूलन के लिए अभियान चलाया जाए।
🔹 पर्यावरण विभाग पर जोर:
श्रीमती उइके ने जिले में संचालित कोल ब्लॉकों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए आधुनिक मशीनरी जैसे ऑटोमैटिक व्हील वॉशिंग सिस्टम और टारपिंग स्टैंड का उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सीएसआर फंड से पौधारोपण कार्य विशेषज्ञों की देखरेख में योजनाबद्ध तरीके से कराए जाएं, ताकि पर्यावरण संरक्षण के साथ प्रदूषण पर प्रभावी नियंत्रण हो सके।
बैठक में संयुक्त कलेक्टर संजीव पांडेय, एसडीएम सुरेश जाधव, डिप्टी कलेक्टर माइकल तिर्की, जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ अरविंद डामोर समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
📌 प्रभारी मंत्री ने स्पष्ट कहा — “जनसेवा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। योजनाओं का लाभ पात्रों तक समयबद्ध और पारदर्शी तरीके से पहुंचे — यही सरकार की मंशा है।”



