नीतीश कुमार: इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से सोशल इंजीनियरिंग तक, जेपी आंदोलन से शुरू हुआ राजनीतिक सफर; अब 10वीं बार सीएम बनने को तैयार

एनडीए की प्रचंड जीत, महागठबंधन को हार
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में एनडीए ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रचंड जीत हासिल की। महागठबंधन को करारी हार मिली। नीतीश कुमार, जिन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है, चुनावी गणित में माहिर हैं। जेपी आंदोलन से उनका राजनीतिक सफर शुरू हुआ। वे कई बार मुख्यमंत्री बने और अब 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने की राह पर हैं।
नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री बनेंगे?
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों ने सबको चौंका कर रख दिया है। चाहे विपक्ष हो राजनीतिक विश्लेषक NDA के प्रचंड जीत से हर कोई अचंभित है।
सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में NDA ने 202 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि विपक्षी महागठबंधन को महज 35 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा। ऐसे में एक बार फिर बिहार में नीतीश के चेहरे में कमल कर दिया।
इंजीनियरिंग से राजनीति तक का सफर
नीतीश ने भले ही इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग से पढ़ाई की है, लेकिन उन्होंने चुनावी गणित और सामाजिक समीकरणों को जोड़ने में महारत हासिल की हुई है।
सुशासन बाबू से मशहूर नीतिश कुमार बिहार की जातीय ढ़ांचा और राजनीतिक गठबंधनों के खेल में हर बार खुद को नए सिरे से स्थापित करते रहे हैं। ऐसे में आइए उनके राजनीतिक सफर के बारे में जानते हैं।
1 मार्च 1951 को बख्तियारपुर (पटना) में जन्मे नीतीश कुमार ने 1972 में बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (NIT पटना) से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली। पर उनकी रुचि मशीनों से ज्यादा समाज और राजनीति की धड़कनें पढ़ने में थी। उनका ज्यादा रुझान सोशल इंजीनियरिंग की ओर था।



