उत्तर प्रदेश

सुपरटेक इको विलेज-2 में कार हादसा, तीन कर्मचारी अस्पताल में भर्ती

हाउसकीपिंग कर्मचारियों की जिंदगी खतरे में: क्या सोसायटी उनकी सुरक्षा के लिए तैयार है?

हाउसकीपिंग स्टाफ उन लोगों में शामिल होते हैं जो सुबह-सुबह सोसायटी की सफाई, रखरखाव और व्यवस्था को संभालते हैं। लेकिन अक्सर यही लोग सुरक्षा की सबसे कमज़ोर परत में होते हैं। ऐसा ही मामला नोएडा के सुपरटेक इको विलेज-दो में देखने को मिला, जहाँ तेज रफ्तार कार की लापरवाही ने तीन कर्मचारियों की जान जोखिम में डाल दी।

हादसा और लापरवाही का मिलाजुला परिणाम

पार्किंग रैंप पर बिना किसी सुरक्षा संकेत या स्टैंडिंग गार्ड के कर्मचारी सफाई कर रहे थे। उसी समय आरोपी राहुल की कार ने नियंत्रण खो दिया और सीधे कर्मचारियों को टक्कर मार दी। यहाँ सवाल यह उठता है कि क्या सोसायटी प्रबंधन ने काम कर रहे कर्मचारियों के लिए कोई सुरक्षा सुनिश्चित की थी? क्या रैंप जैसी जोखिमपूर्ण जगह पर सुरक्षा गार्ड या बोर्ड नहीं होना चाहिए?

घायल कौन थे?

मनीराम, राजू और मोनिका देवी — ये तीनों अलग-अलग राज्यों से आए मेहनती कर्मचारी, अपनी रोज़ी-रोटी कमाने नोएडा जैसे महानगर पहुंचे थे। सफाई कर्मचारी केवल सोसायटी की इमारत नहीं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते हैं।

हंगामा क्यों हुआ?

घटना के बाद साथी कर्मचारियों और कुछ निवासियों ने हंगामा किया। उनका कहना था कि सोसायटी में कर्मचारी काम करते समय अक्सर खतरे में रहते हैं, लेकिन प्रबंधन उनके लिए सुरक्षा उपकरण, संकेत बोर्ड या बेसिक ट्रेनिंग तक नहीं देता। अगर कार की रफ्तार थोड़ी और तेज होती, तो हादसा गंभीर हो सकता था।

कर्मचारी सुरक्षा क्यों ज़रूरी?

सोसायटियों में काम करने वाले कर्मचारी कई खतरे झेलते हैं —
⚠️ फर्श धुलने के दौरान फिसलन
⚠️ ऊँचाई पर सफाई करते समय गिरने का खतरा
⚠️ पार्किंग रैंप पर वाहन दुर्घटनाओं का डर
⚠️ रात की ड्यूटी में पर्याप्त सुरक्षा न होना

लेकिन अधिकतर सोसायटीज उनके लिए सुरक्षा नियम लागू नहीं करतीं।

सोसायटी क्या उपाय कर सकती है?

🔹 हर संवेदनशील जगह पर ‘वर्क इन प्रोग्रेस’ बोर्ड
🔹 कर्मचारियों को रिफ्लेक्टिव जैकेट देना
🔹 पार्किंग में गति सीमा निर्धारित करना
🔹 CCTV मॉनिटरिंग का सख्त पालन
🔹 दुर्घटना बीमा की सुविधा

पुलिस और प्रशासन की भूमिका

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी को गिरफ्तार किया और कार को सीज कर लिया। लेकिन इसका समाधान केवल कानूनी कार्रवाई नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक सुरक्षित योजना होना चाहिए।

निष्कर्ष

हाउसकीपिंग कर्मचारियों की सुरक्षा किसी भी सोसाइटी की प्राथमिक ज़िम्मेदारी होनी चाहिए। वे केवल सफाई कर्मचारी नहीं, बल्कि सोसाइटी के संचालन के आधार स्तंभ हैं। जब तक उनकी सुरक्षा सुनिश्चित नहीं होगी, ऐसी घटनाएँ दोहराती रहेंगी।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!