भारत पर कब्जे का झांसा देकर आतंकियों ने किशोरों को बनाया शिकार, NIA जांच में चौंकाने वाला खुलासा

पाकिस्तान आधारित नेटवर्क की साजिश बेनकाब
छत्तीसगढ़ में पकड़े गए दो किशोरों से एटीएस ने लगातार पूछताछ जारी रखी है। रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों किशोर पाकिस्तान समर्थित आइएसआइएस मॉड्यूल के संपर्क में थे और उन्हीं के इशारे पर कार्य कर रहे थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उन्हें यह कहा गया था कि अगले पांच से दस वर्षों में भारत पर कब्जा कर लिया जाएगा और इसी भ्रम में उन्हें भड़काया गया।
रायपुर और भिलाई से गिरफ्तारी
एटीएस ने रायपुर और भिलाई से इन दोनों किशोरों को गिरफ्तार किया था। कोर्ट के निर्देश पर उन्हें अब बाल संप्रेक्षण गृह भेजा गया है, जहां सुरक्षा एजेंसियां उनसे गहराई से पूछताछ कर रही हैं।
एनआइए ने शुरू किया गहन विश्लेषण
छत्तीसगढ़ एटीएस द्वारा जुटाए गए महत्वपूर्ण तथ्य एनआइए के साथ साझा कर दिए गए हैं। एनआइए अब इन तथ्यों के आधार पर विस्तृत विश्लेषण कर रही है कि किस स्तर पर यह नेटवर्क फैल चुका है।
कट्टर विचारधारा का ज़हरीला प्रभाव
सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी हैंडलर लगातार सोशल मीडिया और ऑनलाइन बैठकों के माध्यम से किशोरों पर प्रभाव डाल रहे थे। उन्हें धर्म के नाम पर जिहाद के लिए तैयार किया जा रहा था और बताया जा रहा था कि भारत जल्द ही एक इस्लामिक शासन के अधीन होगा।
नेटवर्क बढ़ाने की साजिश नाकाम
हैंडलर ने किशोरों को ऐसे युवाओं का नेटवर्क तैयार करने का काम सौंपा था, जो उनकी सोच से प्रभावित होकर आगे जुड़ सकें। यहां तक कि उन्हें राज्य में आतंकी गतिविधियों की जिम्मेदारी देने की योजना बनाई गई थी, लेकिन एटीएस की समय रहते कार्रवाई ने इस साजिश को विफल कर दिया।



