चंदिया वन परिक्षेत्र में करंट से बाघ टी-185 की मौत, वन विभाग की जांच तेज
अवैध करंट फैलाने की आशंका, डॉग स्क्वॉड व विशेष टीमें जुटीं जांच में

ब्यूरो चीफ – उमरिया
राहुल शीतलानी
सब तक एक्सप्रेस
उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक गंभीर और चिंताजनक मामला सामने आया है। चंदिया वन परिक्षेत्र के जंगल में एक नर बाघ की करंट लगने से मौत हो गई। मृत बाघ की पहचान टी-185 के रूप में हुई है, जिसकी उम्र लगभग 8 वर्ष बताई जा रही है। बाघ का शव शनिवार को आरएफ-10 क्षेत्र में संदिग्ध परिस्थितियों में मिलने के बाद वन विभाग में हड़कंप मच गया।
सूचना मिलते ही वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और क्षेत्र को तत्काल सील कर दिया गया। रविवार को विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने अधिकारियों की निगरानी में बाघ का पोस्टमॉर्टम किया। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में स्पष्ट रूप से करंट लगने से मौत की पुष्टि हुई है, जिससे इस घटना को अवैध शिकार से जोड़कर देखा जा रहा है।
घटना के बाद वन विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है। संभावित शिकारियों की तलाश की जा रही है, वहीं डॉग स्क्वॉड की मदद से आसपास के जंगलों और संभावित रास्तों पर सघन सर्चिंग अभियान चलाया जा रहा है। आशंका जताई जा रही है कि किसी ने जानबूझकर जंगल में करंट फैलाया था, जिसकी चपेट में आकर बाघ टी-185 की मौत हुई।
वन विभाग के अनुसार बाघ टी-185 बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के खितौली और चंदिया वन परिक्षेत्र में सक्रिय था और नियमित रूप से इन क्षेत्रों में विचरण करता था। यह इलाका बाघों की मौजूदगी के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील माना जाता है। घटना के बाद से गश्त बढ़ा दी गई है और जंगल में अवैध बिजली तारों की भी गहन जांच की जा रही है।
शहडोल के प्रभारी मुख्य वन संरक्षक अनुपम सहाय ने बताया कि प्रारंभिक जांच में करंट से मौत की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि मामले की गहन जांच जारी है और दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पोस्टमॉर्टम के बाद बाघ का अंतिम संस्कार मध्यप्रदेश राज्य वन विकास निगम की चंदिया रोपणी में सुरक्षित विधि से किया जाएगा। इस घटना ने एक बार फिर वन्यजीव सुरक्षा व्यवस्था और जंगलों में हो रही अवैध गतिविधियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।



