वोट चोरी के आरोप पर भाकपा (माले) का विरोध मार्च, मोदी सरकार से इस्तीफे की मांग

लखनऊ। भाकपा (माले) के राष्ट्रव्यापी विरोध (9-11 अगस्त) के आह्वान पर शुक्रवार को पार्टी की स्थानीय इकाई ने “चुनाव/वोट चोर – गद्दी छोड़” के नारों के साथ परिवर्तन चौक से जिलाधिकारी कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। जिला प्रभारी कॉ. रमेश सिंह सेंगर के नेतृत्व में निकले इस मार्च में कार्यकर्ताओं ने लाल झंडे, बैनर और नारे लिखी तख्तियां लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
सिटी मजिस्ट्रेट ज्ञान चंद्र गुप्ता को राष्ट्रपति और सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को संबोधित तीन सूत्रीय ज्ञापन सौंपते हुए माले नेताओं ने 2024 लोकसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर वोट चोरी के आरोप लगाए। जिला प्रभारी सेंगर ने कहा कि बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा क्षेत्र के महादेवपुरा विधानसभा में चुनावी धोखाधड़ी के सबूत राहुल गांधी ने सार्वजनिक किए हैं, वहीं बिहार में मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान लाखों भाजपा विरोधी मतदाताओं के नाम हटाए गए।
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार नफरत और विभाजनकारी नीतियों के साथ लोकतंत्र का भी अपहरण कर रही है, जिससे देश का भरोसा सरकार से उठ चुका है। प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार से तत्काल इस्तीफे की मांग की।
विरोध में एक्टू के जिला मंत्री कॉ. कुमार मधुसूदन मगन, किसान महासभा के जिला संयोजक कॉ. छोटे लाल रावत, ऐपवा नेत्री कॉ. कमला गौतम, सरोजिनी बिष्ट, कॉ. मंजू गौतम, आइसा नेता कॉ. शान्तम्, कॉ. समर, कॉ. रमेश शर्मा, कॉ. रामसेवक रावत, जसम के कॉ. सुचित माथुर, इंसाफ मंच के कॉ. शकील कुरैशी, इनौस नेता कॉ. राजीव गुप्ता, कॉ. सुभाष चंद्र, कॉ. गुरुदयाल, कॉ. अमृत लाल, कॉ. अनिल कुमार यादव, कॉ. छोटे लाल शिवरी, कॉ. हीरालाल, कॉ. स्वामीदयाल समेत बड़ी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद रहे।