
संवाददाता – सब तक एक्सप्रेस
उदयपुर। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम ने त्योहारों से पहले खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए “शुद्ध आहार मिलावट पर वार” अभियान की शुरुआत कर दी है। यह विशेष अभियान 4 सितंबर से 30 सितंबर तक चलाया जाएगा।
जिला कलक्टर नमित मेहता और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शंकर एच. बामनिया के निर्देशन में यह अभियान उदयपुर जिले में निरंतर चलाया जा रहा है। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण राजस्थान डॉ. टी. शुभमंगला के आदेशानुसार खाद्य पदार्थ निर्माता, रिपैकर्स और भंडारण इकाइयों की गहन जांच की जा रही है।
रिको इंडस्ट्रियल एरिया, कल्लडवास में विभिन्न खाद्य निर्माण इकाइयों पर कार्रवाई की गई। इस दौरान—
- शक्ति इंटरप्राइजेज से बेसन और आटे के नमूने,
- गुरुदेव भुजिया प्रोडक्ट्स से पामोलीन तेल और नमकीन,
- सपना फूड प्रोडक्ट्स से सेव, लौंग, मिर्च और नमक,
- जैन दाल मील से आटा,
- जे.एम. एग्रो से मैदा,
- लाला मिष्ठान से बेसन के लड्डू के नमूने लिए गए और प्रयोगशाला भेजे गए।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी अशोक कुमार गुप्ता, नरेंद्र सिंह चौहान और जगदीश प्रसाद सैनी की टीम ने यह कार्रवाई की।
नियमों के अनुसार, नमूना मिसब्रांड पाए जाने पर 3 लाख रुपये तक जुर्माना, सब-स्टैंडर्ड पाए जाने पर 5 लाख रुपये तक जुर्माना, और अनसेफ पाए जाने पर 6 माह से लेकर आजीवन कारावास व 1 से 10 लाख रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है।
प्रशासन का कहना है कि इस अभियान से मिलावटखोरी पर कड़ी लगाम लगेगी और त्योहारों के दौरान लोगों को शुद्ध एवं सुरक्षित खाद्य सामग्री उपलब्ध होगी।