तम्बौर नगर पंचायत ईओ की कार्यप्रणाली पर उठे सवाल, बिना रसीद लिए दुकानदारों से वसूली का आरोप

ब्यूरो रिपोर्ट – सब तक एक्सप्रेस
सीतापुर/तम्बौर (संवाद)।
तम्बौर नगर पंचायत के ईओ प्रदीप गौतम पर अतिक्रमण हटाने की आड़ में छोटे दुकानदारों की दुकानों को बिना नोटिस सीज करने और पैसे वसूलने के गंभीर आरोप लगे हैं। यह मामला अब शासन स्तर तक पहुँच चुका है और जांच के बाद आगे की कार्यवाही तय होगी।
📌 जानकारी के मुताबिक, 23 जुलाई को ईओ प्रदीप गौतम ने अपनी टीम के साथ नगर में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया था। इस दौरान वर्षों से स्थापित दुकानों को अचानक सीज कर दिया गया, जिससे दुकानदारों में दहशत फैल गई। दुकानदारों का आरोप है कि उनसे फिट के हिसाब से किराया वसूला गया, लेकिन उसकी कोई रसीद नहीं दी गई।
समाजवादी पार्टी लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव मोहम्मद उसामा ने इस मामले को उठाते हुए नगर विकास विभाग, लखनऊ के प्रमुख सचिव से शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि—
- जिन दुकानों को सीज किया गया, वे जमीनें जिला परिषद के अधिकार क्षेत्र में आती हैं।
- इन जमीनों को लेकर पहले से ही मुकदमा लखनऊ हाईकोर्ट में विचाराधीन है।
- नगर पंचायत ने दुकानदारों का बकाया लगाकर उनसे 50% धनराशि जमा कराई, लेकिन कोई रसीद जारी नहीं की गई।
शिकायत के बाद प्रमुख सचिव ने जांच के आदेश दिए थे। जांच की जिम्मेदारी लहरपुर तहसीलदार को सौंपी गई। तहसीलदार ने तम्बौर पुलिस चौकी पर दुकानदारों के बयान दर्ज किए, जिसमें कई ने ईओ प्रदीप गौतम पर पैसे वसूलने और रसीद न देने का आरोप लगाया।
फिलहाल, नायब तहसीलदार की जांच आख्या शासन स्तर पर भेज दी गई है। अब देखना यह होगा कि प्रमुख सचिव जांच रिपोर्ट पर ईओ के खिलाफ क्या कार्यवाही करते हैं।