लोक संस्कृति के रंग में रंगा शिवद्वार — शिवशक्ति लोक रंगमंच महोत्सव में झलकी सोनांचल की पहचान

घोरावल, सोनभद्र | वरिष्ठ संवाददाता – राम अनुज धर द्विवेदी, सब तक एक्सप्रेस
दीपावली के अगले दिन शिवद्वार में आयोजित शिवशक्ति लोक रंगमंच महोत्सव ने लोक संस्कृति की अद्भुत छटा बिखेर दी। महोत्सव में लोकगीत, लोकनाट्य, गायन और वादन की श्रृंखलाओं ने दर्शकों को रातभर मंत्रमुग्ध कर दिया। आयोजन में स्वनामधन्य विभूतियों की स्मृति में सम्मान समारोह भी संपन्न हुआ, जिसमें जिले के सामाजिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों को सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर अपर जिलाधिकारी बागीश शुक्ल, जिलापंचायत सदस्य नीरज कुमार श्रीवास्तव और ब्लॉक प्रमुख संजय यादव सहित कई जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य उपस्थित रहे।

सिद्ध संत पंडित शीतला प्रसाद शुक्ल चिर स्मृति सम्मान से पूर्व जिला पंचायत सदस्य अमरनाथ सिंह चौधरी को सम्मानित किया गया, वहीं भोजपुरी कविसम्राट मुंशी मंगल लाल चिर स्मृति सम्मान कवि परमहंस सिंह (चंदौली) को प्रदान किया गया।
सम्मान समारोह में ब्लॉक प्रमुख संजय सिंह, जिलापंचायत सदस्य नीरज श्रीवास्तव, समिति अध्यक्ष मुन्नर यादव, और संरक्षक डॉ. परमेश्वर दयाल “पुष्कर” की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
महोत्सव में सोनांचल की विलुप्त होती लोक विधाओं — कर्मा, कोलदहकी, शैला और नटुआ — का सजीव प्रदर्शन किया गया।
रामबली कोल की मंडली और शिवनारायण गिरिया की टीम ने लोकनृत्य व गीतों से दर्शकों का दिल जीत लिया।
लोकगायन सत्र में कवि मुरेश, सोहन मौर्य, कैलाश भारती, राजकुमारी गुप्ता, श्यामवीर यादव, रामधनी विश्वकर्मा, गजानंद पांडे, कमलेश कुमार प्रजापति, कवि मुन्नर यादव, जगबन्धन पाल, हरिप्रसाद प्रजापति, लवकुश कुमार सहित उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ के कलाकारों ने शानदार प्रस्तुतियाँ दीं।
कार्यक्रम का संचालन हीरापति यादव और शेषधर पाल ने दो सत्रों में किया।
स्वागत उद्बोधन संरक्षक डॉ. परमेश्वर दयाल पुष्कर ने दिया, जबकि आभार ज्ञापन समिति अध्यक्ष मुन्नर यादव ने किया।
अंत तक दर्शकों की भीड़ बनी रही, और महोत्सव ने एक बार फिर साबित किया कि सोनांचल की लोक संस्कृति आज भी जनमानस के हृदय में जीवंत है।



