
विशेष संवाददाता : शैलेन्द्र यादव, सब तक एक्सप्रेस
लखनऊ। लंदन में आयोजित एक विशेष समारोह में पर्यावरणविद एवं पंचतत्व फाउंडेशन की संस्थापक शिप्रा पाठक की प्रसिद्ध पुस्तक “महाकुंभ” के अंग्रेज़ी संस्करण का भव्य विमोचन लंदन की मेयर द्वारा किया गया। यह अवसर भारतीय संस्कृति, नदी सभ्यता और सनातन विरासत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर नई पहचान दिलाने वाला ऐतिहासिक क्षण बन गया।
मेयर ने पुस्तक की सराहना करते हुए कहा कि ‘महाकुंभ’ भारतीय नदी संस्कृति, पर्यावरण दृष्टि और सनातन जीवनदर्शन को समझने का प्रभावी माध्यम है। उन्होंने शिप्रा पाठक के पर्यावरण संरक्षण कार्यों की विशेष प्रशंसा की और उन्हें “प्रकृति संवाद” विषय पर संबोधन के लिए आमंत्रित किया।
कार्यक्रम के दौरान 250 से अधिक पुस्तकों का वितरण ब्रिटिश नागरिकों और भारतीय मूल के समुदायों में किया गया। पुस्तक के प्रति उत्साह और सहभागिता ने भारतीय ज्ञान परंपरा को लेकर लोगों की जिज्ञासा को भी उजागर किया।
शिप्रा पाठक ने कहा, “महाकुंभ केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि करोड़ों लोगों की सामूहिक चेतना का दिव्य संगम है। भारत की नदी संस्कृति विश्व को पर्यावरण संरक्षण और संतुलन की नई दिशा प्रदान कर सकती है।”
यह विमोचन समारोह न केवल एक पुस्तक का अनावरण था, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक विरासत, पर्यावरण चेतना और सनातन चिंतन के वैश्विक विस्तार का गर्वपूर्ण प्रतीक साबित हुआ।



