
सब तक एक्सप्रेस।
हजारों किसानों ने पंचायत कर घेराव की बनाई रणनीति
अयोध्या।
जिले के तिहुरा मांझा क्षेत्र में आवास विकास परिषद द्वारा कथित जबरन भूमि अधिग्रहण के विरोध में किसानों का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को तिहुरा मांझा पंचायत घर में आयोजित किसानों की बड़ी पंचायत में हजारों प्रभावित किसानों ने एकजुट होकर आवास विकास परिषद के खिलाफ निर्णायक आंदोलन का ऐलान किया।
पंचायत में मौजूद किसानों ने आरोप लगाया कि आवास विकास परिषद के अधिकारी न तो मौके पर आकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और न ही किसानों की समस्याओं को गंभीरता से सुन रहे हैं। अधिकारियों की उदासीनता से आक्रोशित किसानों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि अब सभी प्रभावित किसान एकजुट होकर आवास विकास परिषद का घेराव करेंगे।
किसानों के साथ खड़े रहने का ऐलान
बैठक में पहुंचे समाजसेवी संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश यादव ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि वे स्वयं किसान परिवार से आते हैं और किसानों की पीड़ा को भली-भांति समझते हैं। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसानों की जमीन का जबरन अधिग्रहण किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। आवश्यकता पड़ी तो धरना-प्रदर्शन और बड़ा आंदोलन किया जाएगा और वे किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।
औने-पौने दामों पर जमीन लेने का आरोप
किसानों ने बताया कि उनकी कई पीढ़ियां वर्षों से इसी भूमि पर खेती-किसानी कर जीवन यापन कर रही हैं। आरोप लगाया गया कि हजारों किसानों की जमीन अधिग्रहण की तैयारी की जा रही है, जबकि आसपास के निजी क्षेत्रों में जमीन की कीमत 18 से 20 लाख रुपये प्रति बिस्सा तक है। इसके विपरीत, आवास विकास परिषद गरीब किसानों की जमीन बेहद कम दामों पर लेने का प्रयास कर रही है।
पंचायत में मौजूद किसानों ने एक स्वर में कहा कि वे किसी भी सूरत में अपनी जमीन नहीं देंगे। चाहे इसके लिए लंबा आंदोलन ही क्यों न करना पड़े, किसान पीछे हटने वाले नहीं हैं। बैठक के दौरान किसानों का गुस्सा और आक्रोश साफ तौर पर देखा गया।
ये रहे प्रमुख रूप से उपस्थित
इस पंचायत में समाजसेवी संस्थान के जिला अध्यक्ष रविंद्र यादव, तिहुरा मांझा के प्रधान रामकरण यादव, विजय यादव, दुर्गा मांझी, सोमई निषाद, रवि यादव, जुग्गी लाल यादव, राम किरपाल यादव, राजदेव यादव, रमेश यादव (क्षेत्र पंचायत सदस्य), सुग्रीव यादव, राज मंगल यादव, भोला यादव, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य रामगोपाल कोरी, जगदंबा यादव, दुर्गा मांझी, रामलाल, राधेश्याम निषाद, सुखदेव सहित हजारों की संख्या में स्थानीय किसान मौजूद रहे।
आंदोलन निर्णायक मोड़ पर
कुल मिलाकर तिहुरा मांझा में किसानों का आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर पहुंचता नजर आ रहा है। आने वाले दिनों में आवास विकास परिषद के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन और घेराव की पूरी संभावना जताई जा रही है।
सब तक एक्सप्रेस



