
संवाददाता: सुनील कुमार मिश्रा | सब तक एक्सप्रेस | उदयपुर (राजस्थान)
विश्व मानव दुर्व्यापार विरोधी दिवस के अवसर पर शुक्रवार को उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर जिला बाल श्रम रोकथाम टास्क फोर्स कमेटी (श्रम कल्याण विभाग) के सदस्य सौरभ गुप्ता द्वारा विशेष निरीक्षण अभियान चलाया गया। इस दौरान उन्होंने रेलवे अधिकारियों और रेलवे पुलिस के साथ बैठक कर स्टेशन और ट्रेनों में बच्चों की सुरक्षा, संदिग्ध गतिविधियों की रोकथाम और जागरूकता फैलाने को लेकर अहम दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान सौरभ गुप्ता ने यात्रियों से संवाद करते हुए उन्हें यह जानकारी दी कि यदि किसी ट्रेन या प्लेटफॉर्म पर कोई नाबालिग बच्चा संदिग्ध अवस्था में अकेले या समूह में यात्रा करता दिखाई दे, तो इसकी सूचना तुरंत रेलवे पुलिस, चाइल्ड हेल्पलाइन या स्टेशन अधीक्षक को दें। उन्होंने कहा कि घर से भागे हुए, गुमशुदा या निराश्रित बच्चों की पहचान और उनके पुनर्वास में आमजन की भूमिका अत्यंत आवश्यक है।
इस अवसर पर आयोजित बैठक में रेलवे अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे ट्रेनों और स्टेशनों पर जन जागरूकता अभियान तेज करें, जिससे बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों की रोकथाम की जा सके। बैठक में क्षेत्रीय रेलवे अधिकारी महेंद्र देपाल, स्टेशन अधीक्षक हंसराज मीणा, जीआरपी थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह व उनकी टीम, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के एलएसयूसी सदस्य गिरिराज माली और अन्य रेलवे स्टाफ मौजूद रहे।
यह निरीक्षण बच्चों की सुरक्षा को लेकर समाज और प्रशासन की साझा जिम्मेदारी की एक सशक्त मिसाल है। बच्चों के अधिकारों की रक्षा और बाल श्रम की रोकथाम हेतु ऐसे प्रयासों की निरंतर आवश्यकता है।