पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड के दोनों शूटर पुलिस मुठभेड़ में ढेर
एक-एक लाख के इनामी थे दोनों अपराधी

📍सीतापुर। सब तक एक्सप्रेस ब्यूरो
पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड में बड़ी सफलता हाथ लगी है। गुरुवार सुबह पिसावां थाना क्षेत्र में पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में दोनों वांछित शूटर — संजय तिवारी उर्फ अकील खान और राजू तिवारी उर्फ रिजवान — मुठभेड़ में मारे गए। दोनों पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
एसपी अंकुर अग्रवाल ने बताया कि पुलिस और एसटीएफ की टीम पिसावां-महोली मार्ग पर सघन कांबिंग कर रही थी, तभी बाइक सवार दोनों बदमाशों को रुकने का इशारा किया गया। उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस की ओर से भी जवाबी कार्रवाई हुई। दोनों शूटर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई।
दोनों बदमाश जनपद मिश्रित के अटवा गांव के निवासी थे। इनके विरुद्ध हत्या, हत्या का प्रयास सहित कई संगीन धाराओं में मुकदमे दर्ज थे।
🕯️ 8 मार्च को हुई थी पत्रकार की हत्या
महोली के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या इसी वर्ष 8 मार्च को हेमपुर ओवरब्रिज पर हुई थी, जब दो बाइक सवार शूटरों ने उन्हें दिनदहाड़े गोली मार दी थी। हत्या के 34 दिन बाद पुलिस ने एक पुजारी सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था, जबकि दोनों शूटर फरार थे।
इस मामले में एसटीएफ की सात और क्राइम ब्रांच की तीन टीमें शूटरों की तलाश में लगी थीं।
🔴 परिवार ने जताई नाराज़गी
मुठभेड़ की सूचना मिलने के बाद राघवेंद्र की पत्नी रश्मि बाजपेयी ने कहा कि
“हमने पहले ही कहा था कि हत्याकांड का खुलासा हमारी जानकारी में होना चाहिए। लेकिन न हमें पहले सूचना दी गई, न शूटरों को सामने लाया गया। इस एनकाउंटर से हम संतुष्ट नहीं हैं।”
📝 “सब तक एक्सप्रेस” लगातार इस हत्याकांड की पड़ताल करता रहा है और भविष्य में भी पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाता रहेगा।
📌 रिपोर्ट — सब तक एक्सप्रेस ब्यूरो, सीतापुर