
उदयपुर। शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर नला और पाड़ला गांव की लगभग 30 विधवा और परित्यक्ता जनजाति महिलाएं टैक्सी से लवीना विकास सेवा संस्थान पहुंचीं और अपनी समस्याएं संस्थान निदेशक पूर्बिया के सामने रखीं। महिलाएं लंबे समय से सरकारी योजनाओं और मदद से वंचित हैं, जिससे उनका जीवन बेहद कठिनाई में गुजर रहा है।
महिलाओं की पीड़ा सुनकर निदेशक पूर्बिया भावुक हो गए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं को शीघ्र ही उच्च अधिकारियों तक पहुंचाकर समाधान करवाने का प्रयास किया जाएगा। पूर्बिया ने यह भी आश्वासन दिया कि यदि सरकारी स्तर पर समाधान नहीं हुआ तो लवीना संस्थान स्वयं इन महिलाओं की पालनहार बनेगा और उनके जीवन यापन में हरसंभव सहयोग करेगा।
महिलाओं ने बताया कि वे आर्थिक तंगी, सामाजिक उपेक्षा और आजीविका की कमी जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रही हैं। संस्थान ने उन्हें सहायता और न्याय दिलाने के लिए हर कदम पर साथ देने का वादा किया। इस पहल से महिलाओं में उम्मीद की एक नई किरण जगी है।