नगर निगम सिंगरौली में नई कमिश्नर सविता प्रधान का सख्त रुख – “सफाई और विकास में कोई समझौता नहीं”

सिंगरौली, संवाददाता।
नगर निगम सिंगरौली में नई कमिश्नर के रूप में पदभार ग्रहण करते ही सविता प्रधान ने सक्रियता दिखाते हुए साफ संदेश दिया है कि अब निगम में पारदर्शिता और जिम्मेदारी के साथ काम होगा। उन्होंने अधिकारियों के प्रभारों में फेरबदल करते हुए यह स्पष्ट कर दिया कि भ्रष्टाचार और मनमानी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
कमिश्नर द्वारा जारी आदेशों में कई संवेदनशील प्रभार बदले गए हैं। कुछ अधिकारियों से महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ वापस ली गई हैं और सक्षम अधिकारियों को नए दायित्व सौंपे गए हैं। इस कदम को नगर निगम की कार्यप्रणाली में नई ऊर्जा और पारदर्शिता लाने की दिशा में अहम माना जा रहा है।
पूर्व कमिश्नर के कार्यकाल पर सवाल
शहरवासियों का कहना है कि पूर्व कमिश्नर दया किशन शर्मा के समय में निगम में भारी अनियमितताएँ और भ्रष्टाचार देखने को मिला था। तब कुछ चुनिंदा अधिकारियों को ही बड़े-बड़े प्रभार सौंपे गए थे। सविता प्रधान ने पद संभालते ही ऐसे सभी मामलों पर रोक लगाते हुए स्पष्ट संकेत दिया कि अब “मनमानी और पक्षपात” की जगह “जवाबदेही और पारदर्शिता” होगी।
जनता की उम्मीदों को मिली नई उड़ान
नई कमिश्नर के सख्त फैसलों से शहरवासियों में उम्मीद जगी है कि अब सिंगरौली को स्वच्छता, आधारभूत विकास और पारदर्शी प्रशासन की दिशा में आगे बढ़ते देखा जा सकेगा।
बड़ा संदेश
सविता प्रधान ने अपने शुरुआती निर्णयों से यह संकेत दिया है कि नगर निगम का मुख्य उद्देश्य जनता को सुविधाएँ उपलब्ध कराना और शहर को व्यवस्थित बनाना होगा। उन्होंने साफ कहा है कि सफाई और विकास के कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।