मीना ताई ठाकरे की प्रतिमा पर रंग फेंके जाने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया।

शिवाजी पार्क में मीनाताई ठाकरे की प्रतिमा का विद्रूपीकरण, एक संदिग्ध गिरफ्तार
शिवसेना संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की पत्नी स्वर्गीय मीनाताई ठाकरे की प्रतिमा का शिवाजी पार्क में विद्रूपीकरण किया गया था। इस प्रकरण में बुधवार की संध्या को सीसीटीवी कैमरों की सहायता से पहचान किए गए एक संदिग्ध को पुलिस ने गिरफ्तार किया है तथा उससे पूछताछ की जा रही है।
शिवाजी पार्क थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 298 के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
यह घटना बुधवार प्रातः लगभग 6:30 बजे घटी। प्रतिमा और उसके आसपास के परिसर पर लाल धब्बे पड़ गए, जिससे शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। वे बड़ी संख्या में वहाँ एकत्र हुए और विरोध प्रकट किया। कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस कृत्य को “अत्यंत निंदनीय” बताया और चेतावनी दी कि यह महाराष्ट्र में अशांति फैलाने का षड्यंत्र हो सकता है।
उद्धव ठाकरे ने कहा— “ऐसे कृत्य सामान्यतः वही लोग करते हैं जिन्हें अपने माता-पिता का नाम लेने में भी लज्जा आती है।”
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री तथा गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस घटना की निंदा की और आश्वासन दिया कि पुलिस गहन जांच करेगी तथा दोषियों को अवश्य गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने कहा— “हम इस मामले को किसी भी प्रकार से राजनीतिक रंग नहीं देने देंगे। इसके पीछे जो भी होगा, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।”
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बताया कि उन्होंने स्वयं पुलिस आयुक्त और सह-आयुक्त से संवाद कर 24 घंटे के भीतर दोषियों को ढूँढ निकालने के निर्देश दिए हैं।
शिंदे गुट से संबद्ध गृह एवं राजस्व राज्यमंत्री योगेश कदम ने भी इस घटना की निंदा की। मीनाताई ठाकरे को “सभी शिवसैनिकों की मातृका” बताते हुए उन्होंने कहा कि यह प्रतिमा वर्षों पूर्व बाला साहेब ठाकरे के निर्देशानुसार स्थापित की गई थी और उनके पिता रामदास कदम ने इसके निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।