NDMC ने सात प्रमुख भवनों को दिव्यांगजन-हितैषी बनाने की परियोजना को दी मंजूर, ब्रेल साइन और व्हीलचेयर सुविधा शामिल

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने शहर के सात प्रमुख भवनों को दिव्यांगजनों के लिए अधिक सुलभ बनाने की परियोजना को मंजूरी दी है। इस परियोजना में ब्रेल

HighLights
- NDMC ने दिव्यांगजनों के लिए सात भवनों को मंजूरी दी
- परियोजना में ब्रेल साइन और व्हीलचेयर सुविधाएँ शामिल
- दिव्यांगजनों के लिए सार्वजनिक स्थानों की पहुंच बढ़ेगी
दिव्यांगजन के लिए सुगम और सुरक्षित वातावरण बनाने की दिशा में नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। परिषद ने अपने सात प्रमुख भवनों को पूरी तरह दिव्यांगजन-हितैषी बनाने की परियोजना को मंजूरी प्रदान की है।
इस परियोजना में ब्रेल साइनेंज की स्थापना से लेकर 27 व्हीलचेयर तथा समान संख्या में इवैक्युएशन चेयर की खरीद तक कई सुविधाएं शामिल हैं।
नई दिल्ली नगरपालिका परिषद के उपाध्यक्ष कुलजीत चहल ने बताया कि परियोजना पर कुल 1.86 करोड़ रुपये की लागत से तैयार इस योजना का उद्देश्य दिव्यांगजनों तथा वरिष्ठ नागरिकों को सार्वजनिक भवनों में सहज और सुरक्षित आवाजाही उपलब्ध कराना है।
निविदा प्रक्रिया शुरू
चहल ने बताया कि परियोजना के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। चयनित ठेकेदार को कार्य पूर्ण करने के लिए चार माह का समय दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि परियोजना को जिन सात भवनों को दिव्यांगों के अनुरूप तैयार किया जाएगा उनमें चारक पालिका अस्पताल, तालकटोरा स्टेडियम, आशीर्वाद वृद्धाश्रम, पालिका भवन, अकबर भवन, चाणक्य भवन और यशवंत प्लेस रिहायशी-कम-कार्यालय परिसर शामिल हैं।
अधिकारियों का कहना है कि अगले चरण में परिषद और अधिक इमारतों को इस सुविधा से लैस करेगी।
27 व्हीलचेयर और 27 इवैक्युएशन चेयर होंगी उपलब्ध
एनडीएमसी उपाध्यक्ष ने बताया कि परियोजना के तहत शौचालय, सीढ़ियों और व्हीलचेयर मार्गों के लिए ब्रेल साइनेंज लगाए जाएंगे। 27 व्हीलचेयर और 27 इवैक्युएशन चेयर उपलब्ध कराई जाएंगी, जिनका उपयोग विशेषकर आग जैसी घटनाओं के लिए आपात स्थितियों में मरीजों को सुरक्षित रूप से सीढ़ियों से ऊपर-नीचे ले जाने में किया जाएगा।
शौचालयों को भी दिव्यांगजन के अनुकूल बनाने के लिए ग्रैब बार, एंटी-स्लिप कवर्स और सेंसर आधारित यूरीनल स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा इमारतों में मार्गदर्शन के लिए एडहेसिव टैक्टाइल टाइल्स और मौसम प्रतिरोधी टैक्टाइल पावर्स बिछाए जाएंगे ताकि दृष्टिबाधित लोगों को सुरक्षित एवं स्पष्ट दिशा निर्देश मिल सकें।



