शिवपुर कॉलोनीवासियों ने पुलिस आयुक्त से लगाई न्याय की गुहार, शिवपुर पुलिस की कार्यशैली पर उठे सवाल

सब तक एक्सप्रेस, संवाददाता – वाराणसी | उत्तर प्रदेश साक्षी सेठ
वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के शिवपुर थाना अंतर्गत शिवपुर कॉलोनी के सैकड़ों लोगों ने पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचकर पुलिस और भू-माफियाओं की मिलीभगत के खिलाफ न्याय की गुहार लगाई। कॉलोनीवासियों का आरोप है कि वे बीते 15 वर्षों से अपने मोहल्ले के मुख्य कच्चे रास्ते पर इंटरलॉकिंग रोड बनवाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों ने कोई मदद नहीं की।
कॉलोनीवासियों ने आपसी सहयोग से धन एकत्र कर 650 मीटर लंबे सार्वजनिक रास्ते पर मलबा गिरवाकर निर्माण कार्य प्रारंभ किया था। लेकिन इसी दौरान कृपाशंकर उपाध्याय और उमाशंकर उपाध्याय सहित अन्य विपक्षीगणों ने गुंडों के साथ पहुंचकर जेसीबी से मलबा हटवा दिया और काम रुकवा दिया। विरोध करने पर कॉलोनीवासियों के साथ गाली-गलौज, हाथापाई और जान से मारने की धमकी तक दी गई।
इस पूरी घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग भी कॉलोनीवासियों के पास मौजूद है। उन्होंने तत्काल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुलाया, लेकिन स्थानीय थाना शिवपुर पुलिस ने उल्टा पीड़ितों के खिलाफ ही कार्रवाई कर दी, जिससे कॉलोनीवासियों में रोष व्याप्त है।
कॉलोनी के निवासी भोला सिंह, आनंद सिंह, अभय सिंह, रामकृपाल यादव, सुनील सिंह, अनिल सिंह सहित लगभग 150 से अधिक लोगों ने पुलिस आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर उचित कार्रवाई की मांग की है। उनका आरोप है कि विपक्षीगण रंगदारी के रूप में एक-एक लाख रुपये मांग रहे हैं और कह रहे हैं कि जब तक भुगतान नहीं होगा, रास्ता नहीं बनने देंगे।
कॉलोनीवासियों की मांग है कि विपक्षियों के खिलाफ तत्काल FIR दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाए और रास्ते के निर्माण कार्य को पुनः बहाल कराया जाए ताकि बुजुर्गों, महिलाओं और बच्चों को आने-जाने में तकलीफ न हो।
इस दौरान ज्ञापन सौंपने वालों में कपिल देव पांडेय, ओमप्रकाश तिवारी, अंकित यादव सहित कई महिलाएं भी मौजूद रहीं। कॉलोनीवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।